जिले के भूना कस्बे में जिला प्राथमिक सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के शाखा प्रबंधक रामफल बिश्नोई को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने एक किसान से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। एसीबी के इंस्पेक्टर दलबीर सिंह के नेतृत्व में टीम ने आरोपी से 15 हजार रुपये बरामद किए। एसीबी के अनुसार नाढोड़ी गांव के किसान कृष्ण कुमार पुत्र घन्नीराम ने अपने खेतों में अंडरग्राउंड पाइपलाइन डालने के लिए दि फतेहाबाद जिला प्राथमिक सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक शाखा भूना में 6 लाख रुपये का ऋण लेने के लिए आवेदन किया था। किसान ने लोन से जुड़ी सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर दी थीं, लेकिन बैंक मैनेजर रामफल बिश्नोई फाइल में खामियां निकालता रहा।
जब किसान ने बार-बार परेशान किए जाने का कारण पूछा तो बैंक मैनेजर ने 70 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर दी। काफी मशक्कत के बाद 35 हजार रुपए में बात तय हुई। किसान ने 20 हजार रुपये पहले दे दिए थे, जबकि शेष 15 हजार रुपये लोन पास होने के बाद देने की बात हुई थी। इस पर ऋण तो पास हो गया, लेकिन रकम जारी करने में बैंक मैनेजर टालमटोल करता रहा। इस पर किसान ने एसीबी में शिकायत की।
शिकायत की पुष्टि होने के बाद बृहस्पतिवार को एसीबी टीम ने योजना के तहत किसान को 15 हजार रुपये देकर बैंक भेजा। किसान का बेटा भी उसके साथ था। जैसे ही किसान ने बैंक मैनेजर को रिश्वत की राशि सौंपी, बेटे ने बाहर आकर एसीबी टीम को इशारा कर दिया। इसके बाद टीम ने तुरंत बैंक में दबिश देकर मैनेजर को काबू कर लिया। उसके पास से रिश्वत की पूरी राशि बरामद कर ली गई।
इस संबंध में एसीबी टीम इंचार्ज दलबीर सिंह ने बताया कि शाखा प्रबंधक रामफल को 15 हजार की रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।