नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 23 सितंबर
कोरोनाकाल में नौकरी जाने का खतरा सिर्फ निजी क्षेत्र के श्रमिकों पर ही नहीं मंडरा रहा बल्कि सरकारी संस्थाओं के कर्मचारियों पर भी इसकी गाज गिर सकती है। नगर निगम जल्द ही अस्थाई कर्मचारियों की छंटनी करेगा। 70 से ज्यादा ऐसे कर्मचारियों को निकाले जाने की तैयारी की जा रही है जिनकी ‘रिपोर्ट’ से अधिकारी संतुष्ट नहीं हैं।
नगर निगम में सिर्फ उन कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा है जो ठेके पर लगे हुए हैं। अधिकारियों ने वर्तमान संख्या बल और वास्तविक जरूरत से संबंधित जानकारी मांगी है। यह विवरण विभागाध्यक्षों के माध्यम से तैयार करवाया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद सूची में शामिल नामों पर आखिरी फैसला उच्च अधिकारी लेंगे। माना जा रहा है कि अगले महीने तक कर्मचारियों को निकाले जाने की हरी झंडी मिल जाएगी। एक अधिकारी का कहना है कि दूसरे विभागों से आए कई अधिकारियों व कर्मचारियों की प्रफोर्समेंस भी संतोषजनक नहीं पाई गई। ऐसे कर्मचारियों को भी इनके मूल विभागों में वापस भेजने की सिफारिश की जा सकती है। हालांकि उन्हें अपने काम में सुधार लाने की चेतावनी दे दी गई है। फिलहाल 70 ऐसे कर्मचारियों की पहचान की गई है जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इसकी भनक भी कर्मचारियों को लग चुकी है। इसके बाद से यह विषय निगम कार्यालय में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके साथ ही कुछ अपनी नौकरी बचाने की जुगत लगाने और कुछ अपना प्रदर्शन बेहतर करने में जुट गए हैं।
कई विभागों में सरप्लस भर्ती
पिछले दिनों पार्षद आरएस राठी ने एक रिपोर्ट तैयार की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि बड़ी संख्या कर्मचारी सिफारिश के बूते पर नौकरी हासिल किए हुए हैं। अधिकारियों ने कई ऐसे लोगों को भी नौकरी पर रख लिया जिनकी जरूरत ही नहीं थी। इसके अलावा कई विभागों में सरप्लस भर्ती कर ली। एक अधिकारी ने बताया कि यह फैसला खर्च कम करने, बेवजह भर्ती किए गए कर्मचारियों को निकालने के साथ-साथ कई दूसरे विषयों पर भी आधारित है।
पहले भी कई को दिखा दिया था बाहर का रास्ता
कर्मचारियों को निकाले जाने का यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी निगम ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था, लेकिन सिफारिश से लगे कर्मचारी फिर जुगाड़ लगाकर वापस आ गए। ऊंची सिफारिश से आए कर्मचारियों ने आते ही पुराने ढर्रे पर चलना शुरू कर दिया। वहीं दफ्तर में बैठकर
सिर्फ सेलरी लेने वाले कर्मचारियों पर दूसरी स्ट्राइक की तैयारी की जा
रही है।