Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

गैस बिल पेंडिंग बताकर 2 परिवारों के खातों से उड़ाए 7 लाख

जितेंद्र अग्रवाल/हप्र अम्बाला शहर, 27 अक्तूबर साइबर अपराधियों ने नकली गैस एजेंट बनकर सोची-समझी साजिश के तहत गैस का बिल अपडेट करवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का नया तरीका अपनाया है। इस धोखाधड़ी में अम्बाला शहर के दो परिवारों...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

जितेंद्र अग्रवाल/हप्र

अम्बाला शहर, 27 अक्तूबर

Advertisement

साइबर अपराधियों ने नकली गैस एजेंट बनकर सोची-समझी साजिश के तहत गैस का बिल अपडेट करवाने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का नया तरीका अपनाया है। इस धोखाधड़ी में अम्बाला शहर के दो परिवारों से करीब 7 लाख रुपये की राशि उनके बैंक खातों से निकाल ली गई। पुलिस ने दोनों मामलों में अलग-अलग केस दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। पहला मामला पुलिस के पास डीएवी स्कूल की अध्यापिका रश्मि, जो सेक्टर-9 अम्बाला शहर की निवासी हैं, की शिकायत पर दर्ज किया गया। रश्मि ने बताया कि 25 अक्तूबर को सुबह 11 बजे उसके ससुर धर्मपाल सिंह के व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें कहा गया कि घरेलू गैस पाइपलाइन का बिल पेंडिंग है और गैस की सप्लाई बंद की जा रही है। मैसेज के नीचे एक संपर्क नंबर दिया हुआ था। धर्मपाल ने उस नंबर पर संपर्क किया, जिसके बाद किसी अन्य नंबर से फोन आया। उस व्यक्ति ने कहा कि गैस कंपनी की तरफ से बिल पेंडिंग होने की जानकारी दी जा रही है।

Advertisement

जब धर्मपाल ने गैस एजेंसी से संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि पिछले 3 महीने का बिल पेंडिंग है। उन्होंने जब कहा कि कोई बिल पेंडिंग नहीं है, तो आरोपी ने कहा कि बिल अपडेट नहीं होने के कारण समस्या हो रही है और इसके लिए एक एप्लीकेशन भेजी। जब रश्मि के ससुर ने एप्लीकेशन खोली और उसमें जानकारी भरी, तो 5 रुपये भेजने का विकल्प आया। कई बार पैसे भेजने में समस्या आने पर आरोपी ने उन्हें दूसरे नंबर से भेजने के लिए कहा। इसी तरीके से साइबर अपराधियों ने उनके बैंक से कुल 5,95,220 रुपये निकाल लिए।

दूसरे मामले में, गैस बिल पेंडिंग का हवाला देकर सुरजीत सिंह चहल, निवासी कैलाश नगर माडल टाउन, को भी ठगा गया। सुरजीत, जो एक 78 वर्षीय सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, के खाते से भी इसी प्रक्रिया का पालन करते हुए 5 बार में कुल 1,09,544 रुपये निकाल लिए गए। दोनों परिवारों ने अनजान साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अपने निकाले गए पैसे वापस दिलाने की गुहार लगाई है।

Advertisement
×