कैथल (हप्र)
बरोट गांव में कैथल माइनर के टूट जाने से लगभग 500 एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है। इससे किसानों में जिला प्रशासन के प्रति गहरा रोष है। किसान सुभाष गौड़ बंदराना, रोशन लाल, कर्मबीर नंबरदार, रामफल गुर्जर, नरेश मित्तल, रमेश कुमार, गुलाब सिंह, धनी राम, ईश्वर, बलदेव, विष्णु, प्रद्युम्मन ने बताया कि कैथल माइनर के टूट जाने से उनके खेतों में 3 से 4 फुट तक पानी भर गया है। इससे उनकी धान व चारे की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि एक तो बरसात ने मारा, रही-सही कसर रजबाहे ने पूरी कर दी है। अगर समय रहते प्रशासन कार्रवाई पुख्ता इंतजाम कर लेता तो आज उनकी फसलें पानी में डूबने से बच जाती। किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है पानी में डूब जाने से खराब हुई फसलों के नुकसान की भरपाई की जाए। इस बारे में सब इंस्पेक्टर रमेश शर्मा व राज कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर बरोट में कैथल माइनर पर पहुंच गए थे। नहर विभाग के अधिकारियों ने मौके पर मनरेगा मजदूरों को टूटे हुए माइनर में मिट्टी डालने के कार्य पर लगाया हुआ है।