लेक्चरर के 50 फीसदी पद खाली, कैसे होगा उच्च शिक्षा का सपना सार्थक : कुमारी सैलजा
चंडीगढ़, 24 फरवरी (ट्रिन्यू)
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि एक तरफ सरकार नई शिक्षा नीति इसी सत्र से लागू करने जा रही है तो दूसरी ओर प्रदेश के सरकारी और मान्यता प्राप्त कॉलेज लेक्चरर की कमी से जूझ रहे हैं। अधिकतर जगहों पर अतिथि प्राध्यापकों और एक्सटेंशन लेक्चरर्स से काम चलाया जा रहा है।
प्रदेश के कॉलेजों में करीब 50 प्रतिशत प्राध्यापकों के पद रिक्त हैं, ऐसे में सरकार जानबूझकर शिक्षा को गर्त में पहुंचा रही है, अगर युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखना है तो सरकार को शिक्षा पर ध्यान देते हुए सभी रिक्त पदों पर भर्ती करनी चाहिए ताकि उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश के युवाओं को दूसरे राज्यों की ओर पलायन न करना पड़े। सांसद ने कहा कि भाजपा की ओर से हर 20 किमी. पर छात्राओं के लिए कॉलेज की घोषणा भी पूरी नहीं हुई है।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार शिक्षा के नाम पर युवाओं को गुमराह करती आ रही है, नई शिक्षा नीति के नाम पर भी सरकार युवाओं के साथ खेल खेल रही है। जब सरकारी और मान्यता प्राप्त कॉलेज में शिक्षक नहीं है, इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है तो ऐसे में नई शिक्षा नीति के भी कोई मायने नहीं है। एक आरटीआई के माध्यम से खुलासा हुआ है कि प्रदेश के सरकारी और एडेड कॉलेज में लेक्चरर के 50 प्रतिशत पद खाली पड़े हुए हैं।
शिक्षा व्यवस्था को खत्म कर रही भाजपा : अभय
इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने सोमवार को कहा कि भाजपा सरकार हरियाणा में शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से खत्म करके प्रदेश के युवाओं का भविष्य खराब करने पर तुली है। जहां सरकारी स्कूलों में अध्यापकों समेत अन्य सुविधाओं की भारी कमी है वहीं अब एक आरटीआई द्वारा उच्चतर शिक्षा विभाग से मिली चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि हरियाणा के 281 कॉलेजों में लेक्चरर के करीब साढ़े चार हजार पद खाली हैं, जिनकी संख्या कुल स्वीकृत पदों की 55 प्रतिशत से ऊपर बनती है।