कैथल, 20 दिसंबर (हप्र)
भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के स्थान पर सीटर बैठाकर परीक्षा पास करवाकर नौकरी लगवाने का धंधा करने वाले एक गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया और 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7 लाख रुपए नकदी, दूसरे अभ्यर्थियों के फोटो लगे 11 एडमिट कार्ड व अन्य दस्तावेज तथा 5 मोबाइल बरामद किये हैं।
एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि सीआईए-2 की एक टीम करनाल चौक पर थी, तभी जानकारी मिली कि चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल में हैड क्लर्क संजय निवासी छात्तर भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के स्थान पर सीटर बैठाकर परीक्षा पास करवाकर नौकरी लगवाने का धंधा करता है।
संजय ने मोटी रकम की एवज में जींद के गांव छात्तर निवासी संदीप का हरियाणा पुलिस का एग्जाम बल्लभगढ़ के राहुल से दिलवाने के लिये कई महीने पहले योजना बनाई थी। यह योजना कैथल में संजय के गांव भैणी माजरा के मकान में बनाई थी। इसके अनुसार संजय ने 31 अक्तूबर को हरियाणा सिपाही की लिखित परीक्षा रेवाड़ी में संदीप के स्थान पर राहुल को बैठाकर दिलवाई थी तथा संजय ने यूपी के प्रयास निवासी अश्वनी प्रताप सिंह से भी धमतान साहिब निवासी गोपाल का पेपर दिलवाया। एसपी ने बताया कि परीक्षा देने के लिये फर्जी दस्तावेज संजय ने तैयार करवाये गये थे। पेपर में राहुल द्वारा दी गई लिखित परीक्षा के कारण संदीप पास हो गया।
पुलिस को सूचना मिली कि संदीप सोमवार काे संजय व राहुल को पैसे देने के लिये संजय के गांव भैणी माजरा मकान पर आ रहा है। पुलिस टीम ने संजय के मकान पर दबिश देकर चार लड़कों को पैसों का लेन-देन करते समय काबू कर लिया। उनकी पहचान संजय निवासी छात्तर जिला जींद हाल भैणी माजरा कैथल, सन्दीप निवासी छात्तर जिला जींद, राहुल निवासी वैष्णो नगर कालोनी बल्लभगढ फरीदाबाद तथा अश्वनी प्रताप सिंह निवासी सराय प्रयाग उतरप्रदेश के रूप में हुई।