हिसार, 19 अगस्त (हप्र)
लद्दाख में 15 अगस्त को सड़क हादसे में शहीद हुए अग्रोहा के सतपाल भाकर का बुधवार को अग्रोहा गांव के श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं छोटी बेटी नमन भी मौजूद थीं। शहीद की साढ़े चार वर्षीय बड़ी बेटी साक्षी ने पिता को मुखाग्नि दी। शहीद सतपाल भाकर को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
वर्ष 1988 में गांव भोडा होशनाक में जन्मे और भारतीय सेना में लद्दाख क्षेत्र में तैनात सतपाल भाकर 7 महीने पहले छुट्टियों में घर आए थे। 15 अगस्त को लद्दाख में हुई एक सड़क दुर्घटना में वे शहीद हो गए थे। बुधवार को उनके पार्थिव शरीर को हिसार लाया गया। सिरसा रोड पर अग्रोहा से पहले टोल-प्लाजा से युवाओं का समूह काफिले व शहीद सतपाल अमर रहे के नारों के साथ उनके पार्थिक शरीर को अग्रोहा तक लाया। श्मशान घाट में भारतीय सेना के सीईओ सुरेश राय ने शहीद को सलामी दी और सेना के जवानों ने फायरिंग कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सिरसा लोकसभा क्षेत्र की सांसद सुनीता दुग्गल, राज्यसभा सांसद डॉ. डीपी वत्स, एसडीएम राजेंद्र सिंह, राज्यमंत्री अनूप धानक के प्रतिनिधि के भाई सतीश कुमार सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्तियों ने शहीद को पुष्पांजलि भेंट की।
जवान विनोद का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
चरखी दादरी (निस) : जिले के गांव फोगाट निवासी जवान 20 वर्षीय विनोद बरेली में ट्रेनिंग कैंप में दौड़ प्रतियोगिता के दौरान अचानक तबीयत खराब होने की वजह से वीरगति को प्राप्त हो गए। उन्होंने लखनऊ के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। बुधवार को उनके गांव में सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया। विनोद भारतीय जाट रेजिमेंट में सैनिक के पद पर कार्यरत थे। उनके पिता चन्द्रपाल भी पूर्व सैनिक हैं तथा सेना मेडल भी उन्हें प्राप्त है।