गुरुग्राम, 28 सितंबर (हप्र)
निगम पार्षद महेश दायमा ने कहा कि वर्मीकंपोस्ट (केंचुआ खाद) प्रक्रिया अपनाकर लोग अपने घरों से निकलने वाले सामान्य कचरे को अच्छी गुणवत्ता वाली खाद में तब्दील कर सकते हैं। इससे अरावली हिल्स पर कचरे का बोझ नहीं बढ़ेगा और पर्यावरण भी संतुलित रहेगा। वह सुशांत यूनिवर्सिटी में वर्मीकंपोस्ट प्लांट की शुरूआत करने के उपरांत उपस्थित लोगों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने वर्मीकंपोस्ट तैयार करने की प्रकिया देखी तथा इसे सामान्य कचरा निस्तारण का बेहतरीन तरीका बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को शहर के अधिकांश घरों में अपनाया जा सकता है। इससे कचरा उत्पादन कम होगा तथा निस्तारण की समस्या भी समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि पहले वह अपने वार्ड तथा बाद में अन्य क्षेत्रों में इस प्रक्रिया के अपनाने की मुहिम चलाएंगे। यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डाॅक्टर डीएनएस कुमार ने बताया कि कैंटीन से निकले हुए तथा दूसरे प्रकार के कचरे से तैयार कंपोस्ट को यूनिवर्सिटी परिसर में ही इस्तेमाल किया जाएगा। इस दौरान असिस्टेंस प्रोफेसर चंदना पॉल, अंशु रावल, डीन ऑफ स्कूल प्रोफेसर डॉक्टर गरिमा प्रकाश, जगजीत कौर, अनन्या वशिष्ठ चेल्सी समेत कई लोग मौजूद रहे।