चरखी दादरी (निस) : मनीषा सांगवान फाउंडेशन की चेयपर्शन व कांग्रेस नेत्री मनीषा सांगवान ने कहा कि 18 व 19 सितंबर को हरियाणा पुलिस महिला की लिखित परीक्षा में परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा केन्द्र 200 किलोमीटर दूर बनाने का सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। परीक्षा केन्द्र दूर देने से समय ओर पैसे दोनों का ही नुकसान होगा वहीं परीक्षा केन्द्र तक पहुंचने के लिए महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। मनीषा सांगवान ने कहा कि सरकार इस पर पुनर्विचार करे और परीक्षार्थियों के केन्द्र 50 किलोमीटर के दायरे में देने का काम करे। इसके अलावा चरखी दादरी जिले में भी परीक्षा केंद्र बनाए जाये। मनीषा सांगवान कहा कि परीक्षा केन्द्र दूर देने से समय ओर आर्थिक दोनो का ही नुकसान होगा वहीं परीक्षा केन्द्र तक पहुँचने के लिए महिलाओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कहा कि सरकार का यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।