प्रदीप साहू/निस
चरखी दादरी, 15 दिसंबर
किसान आंदोलन को लेकर अंतर्राष्ट्रीय महिला रेसलर चचेरी बहनें बबीता फौगाट और विनेश फौगाट आमने-सामने हैं। किसानों के मुद्दों को लेकर इनके बीच ‘ट्विटर वार’ शुरू हो गया है। बबीता फौगाट ने किसान आंदोलन को टुकड़े-टुकड़े गैंग द्वारा हाइजैक करने और बाद में एसवाईएल को लेकर पंजाब पर कटाक्ष किया था। विनेश ने अब इस पर जवाब देते हुए लिखा कि खिलाड़ी बनाने वाले समाज पर तुच्छ भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
महिला विकास निगम की चेयरमैन और दंगल गर्ल बबीता फौगाट ने ट्वीट करते हुए किसान आंदोलन पर लिखा ‘अब लगता है किसान आंदोलन को टुकड़े-टुकड़े गैंग ने हाइजैक कर लिया है। किसान वापस लौट आएं क्योंकि पीएम मोदी कभी किसानों का हक नहीं मरने देंगे। कांग्रेसी और वामपंथी लोग किसान का भला कभी नहीं कर सकते।’ इसके अगले ही दिन बबीता ने एक और ट्वीट करते हुए एसवाईएल का मुद्दा उठाया और पंजाब से हरियाणा के किसानों के लिए पानी छोड़ने की बात कही।
बबीता के किए इन ट्वीट की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर अनेक लोग बबीता को किसानों के समर्थन में आने की बात कर रहे हैं। वहीं, फौगाट खाप के माध्यम से बबीता का चेयरमैन पद से इस्तीफा भी मांग रहे हैं।
खेल रत्न पुस्कार से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय रेसलर विनेश फौगाट ने बबीता द्वारा किए ट्वीट पर निशाना साधा। विनेश ने ट्वीट किया ‘एक खिलाड़ी हमेशा एक खिलाड़ी ही रहता है चाहे वह किसी भी फील्ड में चला जाए.. मेरा खिलाड़ियों, विशेषकर हरियाणा के खिलाड़ियों से अनुरोध है.. राजनीति करना अच्छी बात है, लेकिन जैसा कि आपने अपने खेल से देश, प्रदेश, समाज और अपने परिवार का नाम हमेशा ऊंचा किया है.. उसी मान और सम्मान को बनाए रखें, राजनीति में भी। उन लोगों की भावनाओं को कुछ तुच्छ बातें बोलकर आहत न करें जो खेलों के मैदान में एक खिलाड़ी को बनाने में हमेशा योगदान देते हैं..’विनेश के दिए जवाब से सोशल मीडिया पर लगातार बबीता को अपनी बहन से सबक लेने की नसीहत दी जा रही है।