रोहतक, 2 मई (निस)
भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में लगातार 5 महीने से किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे है लेकिन सरकार अडि़यल रवैया अपनाए हुए है। बंगाल चुनाव में जनता ने भाजपा सरकार को आइना दिखा दिया है। उन्होंने कहा की केंद्र सरकार किसानों के प्रति अपना तानाशाही रवैया छोड़कर तुंरत किसानों की मांगों पर विचार करें अन्यथा बंगाल की तरह पूरे देश में भाजपा को सत्ता से हाथ धोना पड़ेगा।
उन्होंने कहा किसान पिछले 5 महीने से गर्मी, सर्दी और बारिश में इन तीन कृषि कानूनों के विरोध में डटे हुए हैं और जब तक ये कृषि कानून और सभी फसलों पर एमएसपी रेट केंद्र सरकार तय नहीं करेगी तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
साथ ही उन्होंने महामारी को देखते हुए लोगों से आह्वान किया कि वे मास्क व सैनेटाइजर का प्रयोग करते हुए 2 गज की दूरी बनाए रखें। हमें अपना बचाव खुद ही करना होगा क्योंकि सरकार तो केवल दिखावा और सुरक्षा का ड्रामा कर रही है। हमें इन कृषि कानूनों को वापस करवाने के लिए सरकार का विरोध जारी रखना है, अगर सरकार ने किसानों की मांगों के प्रति सकारात्मक रूख नहीं अपनाया तो भविष्य में पूरे देश से भाजपा का सुपड़ा साफ होना तय है।
मोदी को दिखाया आइना
भिवानी (हप्र) : पश्चिम बंगाल के चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को किसानों और मजदूरों की एकजुटता ने आइना दिखा दिया है। यह बात वक्ताओं ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अब भी समय है कि मोदी कोरोना महामारी से पीडि़त लोगों के साथ लंबे समय से तीन काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे देश के करोड़ों किसान- मजदूर की बात सुनकर उसका समाधान करें।
उन्होंने पश्चिम बंगाल की बहादुर जनता का आभार जताते हुए कहा कि वहां की जनता ने प्रधानमंत्री का घमंड चूर चूर कर दिया है। उनके अनुसार ये किसानों और मजदूरों की जीत है और आज के परिणाम भाजपा को झकझोर देने वाले है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के प्रचार ने भाजपा की कमर तोड़ने का काम किया। इससे किसान-मजदूर दोगुनी ताकत से अपने आंदोलन को तेज करेंगे।
इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, प्रोफेसर राजेन्द्र डोहकी, बिल्लू अधिवक्ता मानकावास, खुशीराम एडवोकेट कितलाना, प्रेम सिंह, कप्तान रामफल, देशराम भांडवा, जगदीप बेरला, जगदीश आदि मौजूद रहे।
मरीजों के लिए मांगी सुविधाएं भिवानी (हप्र) : संयुक्त किसान मोर्चा भिवानी और दादरी कमेटी ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि कोविड की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां, वेटिलेटर, डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध करवाया जाए। मोर्चे की ओर से मास्टर शेर सिंह, कामरेड ओम प्रकाश, अनिल शेषमां, अनिल कुमार, ओम प्रकाश सैनी ने कहा कि राज्य सरकार व प्रशासन पीडि़त लोगों की मदद नहीं कर पा रहे हैं सरकारी अस्पताल ने पीडि़त मरीजों को दाखिल नहीं कर रहे हैं और प्राइवेट अस्पतालों में भी जीवन रक्षक उपकरणों का भारी अभाव है।
जनता में भय का वातावरण बना हुआ है। उन्होंने ज्ञापन में एक तरफ बीमारी से लड़ने के लिए पर्याप्त साधन मुहैया कराने की मांग की है। वहीं किसान आंदोलन का समाधान बातचीत से निकलवाने की मांग की है तथा उन पर दर्ज मुकदमे रद्द करने की मांग की है।