रोहतक, 15 जुलाई (हप्र)
अस्थल बोहर स्थित बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय में एनएसएस के स्वयंसेवकों के ज्ञान वर्धन एवं आत्मसुरक्षा से संबंधित एक दिवसीय शिविर लगाया गया, जिसमें फर्स्ट एड एवं आपात प्रबंधन पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता रेड क्रॉस सोसाइटी से प्रोग्राम एंड ट्रेनिंग अधिकारी डॉ. रविदत्त ने बताया कि किसी घायल व्यक्ति के बचाव, करंट लगने, आग लग जाने और अचानक मिर्गी का दौरा आने पर प्राथमिक उपचार करके किसी की जान बचाई जा सकती है। दया सिंह सैनी ने बच्चों को गीत के माध्यम से आपदा प्रबंधन के विषय में जानकारी। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमेश कुमार ने कहा कि इस संसार के समस्त प्राणियों में मनुष्य ही एकमात्र ऐसा है जो दूसरों की सहायता कर सकता है इसलिए हमें आपदा के समय एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। इससे हमारे अंदर परोपकार की भावना उत्पन्न होती है। रजिस्ट्रार प्रोफेसर डॉ. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अगर आप सभी मिलकर समाज को यह संदेश देते हैं कि नशा जीवन को बर्बाद कर देता है तो आपके आसपास का माहौल सुधर जाएगा| इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. ब्रह्म प्रकाश, एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मंजीत, मानविकी संकाय के डीन डॉ.बी.एम. यादव, डिप्टी डीन डॉ. सुधीर मलिक, डॉ. अरुणाचल, डॉ. पवन, डॉ. बबिता, डॉ. पुष्पा मौजूद रहे।