गोहाना, 16 जुलाई (निस)
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने नई सब्जी मंडी में शेड गिरने के बाद बृहस्पतिवार रात को मंडी का दौरा कर इस घटना को प्राकृतिक आपदा बताया था, लेकिन शनिवार को भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा मंडी का दौरा करने पहुंचे तो उन्होंने इसे सरासर अफसरों की लापरवाही बताया। जब उनसे धनखड़ के आकलन के बारे में सवाल किया गया तो जांगड़ा ने कहा कि धनखड़ रात के समय आए थे, जिससे शायद वे हकीकत को सही से देख नहीं पाए।
गिरे दोनों शेडों का निरीक्षण करने के बाद राम चंद्र जांगड़ा ने कहा कि साफ नजर आ रहा है कि दोनों शेड पूरी तरह से जर्जर हो चुके थे और वे तो बस गिरने का ही इंतजार कर रहे थे। उन्होंने सवाल किया कि अगर शेड कुदरत के कहर से गिरते तो नजदीक में आढ़तियों की दुकानों के आगे लगे शेड भी तो गिरते। उन्होंने शेड गिरने के लिए पूरी तरह से हरियाणा स्टेट मार्केटिंग बोर्ड को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर बोर्ड के अफसर समय पर रिपेयर करवा देते, दो मासूमों की जान नहीं जाती। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने तथा दोषियों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए वे सीएम और कृषि मंत्री के साथ बोर्ड के सीए से भी बात करेंगे।
राज्यसभा सांसद राम चंद्र जांगड़ा ने खुलासा किया कि सीएम ने मृतकों के परिवारों के लिए 5-5 लाख का जो मुआवजा घोषित किया है, उसकी पेमेंट एग्रीकल्चर बोर्ड करेगा। उन्होंने स्वीकार किया कि मुआवजा बेहद कम है तथा सरकार से आग्रह कर इसे बढ़वाया जाएगा। उन्होंने मासाखोरों को अपनी लिस्ट तथा हुए नुकसान का पूरा ब्योरा देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सरकार मासाखोरों को हुए नुकसान की भरपाई भी करेगी। जांगड़ा ने दूसरे शेड के नीचे दबे वाहनों को निकलवाने, बीमित वाहनों का मुआवजा कम्पनियों तथा बाकी का मुआवजा मार्केटिंग बोर्ड से दिलवाने का आश्वासन दिया।
नई सब्जी मंडी के दौरे में राज्यसभा सांसद प्रशासन से भी खफा नजर आए। पूर्व सूचना होने के बावजूद मार्केट कमेटी के सचिव भी नहीं पहुंचे। प्रशासन का प्रतिनिधित्व अकेले खानपुर कलां के नायब तहसीलदार ने किया। जांगड़ा ने एसडीएम को फोन कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इस अवसर पर पूर्व विधायक रामफल चिड़ाना, गोहाना भाजपा मंडल के अध्यक्ष अरुण बड़ौक, नगर पार्षद अंजू कालड़ा के साथ सुंदर कश्यप, बलदेव राज गर्ग, शेर सिंह बेडवाल, प्रवीण कश्यप, दीपक मेहता, गुलशन नारंग, सुमित कक्कड़ आदि भी उपस्थित रहे।
नया शेड बनने तक लगे वाटर प्रूफ टैंट
नई सब्जीमंडी में दोनों शेड गिर जाने के बाद शुक्रवार को नई सब्जी मंडी बंद रही थी। शनिवार को मंडी दोबारा खुली तो मासाखोरों को बाहर खुले में बैठाया गया। इस दौरान उन्हें तेज धूप और फिर तेज बारिश का सामना करना पड़ा। मासाखोरों ने रोष प्रदर्शन करते हुए मांग की कि जब तक नया शेड बन कर तैयार नहीं हो जाता, तब तक उनके लिए वाटर प्रूफ टैंट लगवाया जाए तथा पीने के पानी का समुचित बंदोबस्त किया जाए। मासाखोरों के अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि नया शेड बन कर तैयार होने तक उनके लिए वाटर प्रूफ टैंट लगवाया जाए ताकि वे मौसम की मार से बच सकें।