कुरुक्षेत्र, 22 मार्च (हप्र)
जिंदगी में हंसना बेहद जरूरी है। आधुनिक युग में प्रत्येक व्यक्ति तनाव से घिरा रहता है, जिसके कारण उनके जीवन में हास्य का स्थान बहुत कम रह जाता है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला कुरुक्षेत्र में स्थित कलाकीर्ति भवन की भरतमुनि रंगशाला में। हरियाणा कला परिषद् द्वारा विश्व रंगमंच दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सात दिवसीय नाट्य रंग महोत्सव में पहले दिन नाटक सैंया भए कोतवाल का मंचन किया गया।
नाटक का लेखन वसंत सबनीस का रहा तथा निर्देशन कला परिषद के निदेशक संजय भसीन ने किया। नाटक के दौरान रंगशाला दर्शकों से खचाखच भरी रही, अधिकतर लोगों ने खड़े होकर नाटक का आनंद उठाया। नाटक में व्यवस्था पर चोट करते हुए कलाकारों ने भ्रष्टाचार की पोल खोलने का कार्य किया। तमाशा शैली में मंचित नाटक में सूर्यपुर नगर की कहानी को दिखाया गया। नाटक में कलाकारों का अभिनय, संगीत, वेशभूषा तथा संवाद सभी को रोमांचित करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे थे। नाटक के दौरान हास्य के पलों का लोगों ने खूब आनंद लिया।
शिल्प बाजार का अवलोकन
नाटक देखने कलाकीर्ति भवन पहुंचने पर पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग ने उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तथा वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित गांधी शिल्प बाजार का भी अवलोकन किया। एसपी ने शिल्पकारों की कृतियों की सराहना करते हुए पारम्परिक वस्तुओं के निर्माण की जानकारी भी हासिल की।