चंडीगढ़, 11 अप्रैल (ट्रिन्यू)
एक समय था, जब हरियाणा की महिलाएं मासिक धर्म को न केवल छिपाती थी, बल्कि पीरियड के दिनों में वह अपने घर व आस-पड़ोस से कटी रहती थी। ग्रामीण अंचल की महिलाओं के लिए वह चार दिन शारीरिक पीड़ा की बजाय मानसिक यातना वाले अधिक रहते थे। लेकिन अब महिलाएं न केवल इस विषय पर बात करने लगी हैं, बल्कि घरों में कैलेंडर (पीरियड चार्ट) लगाकर यह संदेश दे रही हैं कि मासिक धर्म महिलाओं के जीवन का एक हिस्सा है। इस बदलाव की शुरुआत हरियाणा के मेवात से हुई है। महिलाओं के इस क्रांतिकारी बदलाव पर अब ओटीटी प्लेटफार्म के माध्यम से ‘पीरियड चार्ट’ नामक एक लघु फिल्म बनने जा रही है। फिल्म बनाने का ऐलान दीया ओर बाती, चाणक्य तथा जय-जय बजरंगबली फेम निर्देशक मोहम्द तौफीक ने किया है। हरियाणा की महिलाओं में क्रांतिकारी बदलाव करने वाले एवं सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के निदेशक एवं पीरियड चार्ट अभियान के संस्थापक सुनील जागलान के अनुसार सेल्फी विद डॉटर अभियान के दौरान मेवात में काम करते समय उन्होंने महिलाओं इस स्थिति को करीब से देखा तो मेवात से ही बदलाव की शुरुवात करने का फैसला लिया। मुहिम को फिरोजपुर झिरका की निशात रुन, नूह की पूजा व अंजुम, दिल्ली की मुबशशिरा ओर गन्नौर की गुलशफ्फा ने अपने घर से शुरू किया और जनांदोलन का रूप दिया। पिछले 6 महीनों से देश- विदेश में अपनी छाप छोड़ चुके पिरियड चार्ट अभियान पर मुम्बई की फ़िल्म नगरी भी अपना विश्वास दिखाने जा रही है। नवंबर 2020 में महिलाओं की माहवारी के दिनों को सुलभ बनाने के लिए व पिरियड मुद्दे पर यह अभियान शुरू हुआ था। अब इस पर बनी फिल्म का ओटीटी प्लेटफार्म पर 28 मई को अंतर्राष्ट्रीय पीरियड दिवस पर प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म के निदेशक मोहम्द तौफीक ने बताया कि उन्हें इस अभियान के बारे में सोशल मीडिया से पता चला। यह अपने आप मे एक अनोखा व प्रेरणादायक अभियान है।