दलेर सिंह/हमारे प्रतिनिधि
जींद, 21 अप्रैल (हप्र)
एनएच 352 पर खटकड़ टोल के पास चल रहे किसान धरने पर बुधवार को पंजाब के किसान नेता जोगिंद्र उगराहा व महिला किसान नेत्री सुमन हुड्डा पहुंची। इस दौरान धरने की अध्यक्षता रणधीर सिंह ने की तथा सांकेतिक भूख हड़ताल पर फूलपति, सरस्वती, सुमित्रा, मेवा जुलानी रही। पंजाब के किसान नेता जोगिंद्र उगराहा ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होते। आज पूरा देश ही नहीं, बल्कि विश्व देख रहा है कि कोरोना संक्रमण देश में फैल रहा है, लेकिन पश्चिमी बंगाल में चुनाव में हजारों, लाखों की भीड़ की सभाएं हो रही हैं। भीड़ भाड़ से दूर रहने का संदेश देने वाले नेता ही हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हैं। चुनाव के चलते अपनी सभा तक रद्द नहीं करते हैं। इन सभाओं में मॉस्क, सोशल डिस्टेंस नजर नहीं आता है।
उन्होंने कहा कि गेहूं का सीजन अब खत्म हो चुका है। किसानों की भागीदारी अब दोबारा से दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे धरनों पर होने लगी है। किसान अपने परिवारों के साथ अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। ये कानून अगर रद्द नहीं हुए तो खेती, किसान दोनों खत्म हो जाएंगे। महिला किसान नेत्री सुमन हुड्डा ने कहा कि इस किसान आंदोलन में महिलाओं की हिस्सेदारी भी कम नहीं है। घर व खेत का कामकाम वो संभाल रही है। धरनों पर भी महिलाएं समय दे रही हैं। इस मौके पर सतबीर पहलवान बरसोला, सुरेश कोथ, सिक्किम सफा खेड़ी, कविता खरक रामजी, सुरेंद्र, प्रियंका ओमप्रकाश घासो मौजूद रहे।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
खटकड़ टोल के पास चल रहे किसानों के धरने पर एसडीएम जींद को किसानों ने डीसी जींद के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों द्वारा 25 अप्रैल को जींद में प्रस्तावित भाजपा व जजपा नेताओं के कार्यक्रम को स्थगित करने की मांग की। भाकियू जिलाध्यक्ष आजाद पालवां ने कहा कि खटकड़ टोल के हुई महापंचायत में किसान इनका बहिष्कार करने का ऐलान कर चुके हैं। जो क्षति पूर्ति जो कानून प्रदेश सरकार ने बनाया है उसको रद्द किया जाए।