भिवानी (हप्र) : प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों की अनदेखी के विरोध में धर्मसेना प्रतिनिधियों ने सीबीएलयू प्रांगण में नारेबाजी की तथा कुलपति को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द समस्या का निराकरण करने की मांग की। कुलपति को दिये ज्ञापन में धर्मसेना आईटी सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप काटिया, अंकित, मोनू, विशाल, प्रवीण ने कहा कि पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी चल रही है और इसकी तीसरी लहर आने वाली है। जिस से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑनलाइन हुई हैं। इसी प्रकार द्वितीय व तृतीय ईयर के विद्यार्थियों की भी परीक्षाएं ऑनलाइन तरीके से करवाई जाएं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।