सफीदों, 5 अगस्त (निस)
कैथल से सिंघू बॉर्डर तक के कैथल जिला के जत्थे का नेतृत्व कर रहे भाकियू के हरियाणा अध्यक्ष गुरनामसिंह चढूणी ने खांसर चौक पर बृहस्पतिवार को किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि के तीनों काले कानून भाजपा की सरकार ने देश मे 15 लाख करोड़ का कृषि व्यापार बड़ी बड़ी कंपनियों को सौंपने की नीयत से बनाए हैं। तीनों काले कानूनों के विरोध मे आठ महीने से भी ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन मे 600 से अधिक किसान देश के बचाने के लिए शहीद हो चुके हैं लेकिन सत्तासीन भाजपा किसानों की अनदेखी कर रही है। इनकी आत्मा मर चुकी है केवल शरीर ही जिंदा है।
चढूणी ने कहा कि काले कानूनों की वजह से ही भारी जनविरोध के कारण भाजपा के नेताओं का गावों मे प्रवेश मुश्किल है लेकिन अब भाजपा के लोग तिरंगा यात्रा के बहाने गावों मे घुसने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश का किसान मोटरसाइकिलों पर तिरंगा यात्रा निकालकर दिखायेगा।
कितलाना टोल पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी
भिवानी (हप्र): ओलंपिक में 41 साल बाद किसान – मजदूरों के लाडलों ने अथक परिश्रम से हॉकी में कांस्य पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है जिन पर हम सबको नाज है लेकिन सरकार उनके आंदोलनरत बुजुर्गों की बातों को अनसुनी कर रही है। यह बात श्योराण खाप के राजकुमार हड़ौदी ने कितलाना टोल पर चल रहे किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक ओर हमारे जवान बेटे और बेटी देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं लेकिन किसान- मजदूरों के लिए सरकार की बेरुखी से मन में टीस उठती है। उन्होंने कहा कि आठ महीने का लंबा अरसा बीतने और 600 से अधिक शहादतों के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मन नहीं पसीजा है। उन्होंने कहा कि आने वाले सरकार को उसका ये रवैया काफी महंगा पड़ेगा। इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश, मास्टर ताराचंद चरखी, सुरजभान सांगवान, सुरेन्द्र कुब्जानगर, आजाद सिंह अटेला, राजू मान,धर्मेन्द्र छपार, कालू फौगाट आदि मौजूद रहे।