चंडीगढ़, 29 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों व बंदियों के जीवन में सुधार व नयापन लाने के लिए एफएम की तर्ज पर ‘जेल रेडियो’ की शुरुआत की है। बृहस्पतिवार को एक साथ राज्य के 4 जिलों की जेलों रोहतक, गुरुग्राम, करनाल व हिसार में जेल रेडियो की शुरुआत हुई। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये इनकी शुरुआत की।
इस मौके पर जेल विभाग के महानिदेशक के़ सेल्वराज, आईजी जगजीत सिंह, सुनारियां (रोहतक) जेल अधीक्ष सुनील सांगवान, भौंडसी (गुरुग्राम) जेल अधीक्षक हरेंद्र सिंह, करनाल के अमित भादू व हिसार सेंट्रल-। के दीपक शर्मा मौजूद रहे। डीजीपी (जेल) के़ सेल्वराज का यह ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। शुक्रवार को वे रिटायर हो रहे हैं। सेवानिवृत्ति से पहले वे 4 और जेलों में रेडियो शुरू करवाने में कामयाब रहे।
हरियाणा में इस समय करीब 18 हजार बंदी जेलों में हैं। जेल रेडियो स्टेशन स्थापित करने का उद्देश्य बंदियों के जीवन में बदलाव लाना है। यह जेल रेडियो पूरी तरह से जेल का आतंरिक रेडियो स्टेशन होगा। बैरकों के बाहर स्पीकर लगाए गए हैं। रेडियो जाकी रोजाना अपने अनुभव साझा करेंगे व प्रेरक कहानी सुनाएंगे तथा फरमाइश पर गीत सुनाएंगे और बंदियों की तरफ से पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देंगे। ये सवाल पर्ची के माध्यम से पूछे जाएंगे।
इस मौके पर गृह सचिव ने कहा कि जेल रेडियो की यह कोशिश जेलों को सुधार गृह बनाने की दिशा में बड़ा कदम है, जो सरकार की अनूठी पहलों में से एक है। जेल रेडियो के माध्यम से जेलों में संवाद की कमी पूरी होगी। उन्होंने कहा कह इससे बंदियों की रचनात्मक एवं मानसिक क्षमता में सुधार होगा जो उनकी ऊर्जा का सकारात्मक प्रयोग होगा। उन्होंने कहा कि जेल रेडियो कार्यक्रम पूरी तरह से जेल की गतिविधियों पर केंद्रित हैं और बंदी ही कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे हैं। तिनका-तिनका फाउंडेशन द्वारा जेल रेडियो स्टेशन शुरू किए जा रहे हैं। जेल विभाग के महानिदेशक के. सेल्वराज ने कहा कि तीसरे चरण में 5 अन्य जेलों में भी जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।
कैदी ही बनेंगे कलाकार
जेल रेडियो का उद्घाटन चारों जिलों के सेशन जज और तिनका-तिनका फाउंडेशन एवं लेडी श्रीराम कालेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष वर्तिका नंदा व चारों जिलों के जेल सुपरिटेंडेंट की मौजूदगी में किया गया। तिनका-तिनका फाउंडेशन एवं लेडी श्रीराम कालेज में पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डा़ वर्तिका नंदा ने कहा कि रोजाना एक घंटे का कार्यक्रम प्रसारित होगा। यह कार्यक्रम पूरी तरह से जेल की गतिविधियों पर केंद्रित होगा और बंदी ही कलाकार होंगे।
7 जिलों में हो चुके हैं शुरू
पहले चरण में पानीपत, अंबाला और फरीदाबाद में जेल रेडियो की शुरुआत हुई थी। पानीपत जेल रेडियो की शुरुआत जेल मंत्री रणजीत सिंह ने की थी। अभी तक 7 जेलों में रेडियो शुरू हो चुके हैं। तीसरे चरण के लिए पांच और जेलों में इसका काम चल रहा है। सभी जेलों में रेडियो शुरू करने की योजना है।