चरखी दादरी, 9 मई (निस)
एक बार फिर से किसान आंदोलन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। किसानों संगठनों की अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरुमुख सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग हुई।
मीटिंग में किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए केस वापस लेने, जेलों में बंद किसानों की रिहाई, एमएसपी गारंटी कानून बनाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने, फसल बीमा मुआवजा, नहरी पानी सप्लाई समेत कई मामलों पर चर्चा हुई। मीटिंग में सभी किसान संगठनों को एकजुट कर फिर से किसान आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया गया। मीटिंग के बाद अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरुमुख सिंह ने कहा कि किसानों को ने तो एमएसपी मिली और न ही दर्ज केस वापस हुये। केंद्र सरकार ने किसानों के साथ वायदाखिलाफी की है। अब किसान संगठनों को एकजुट करते हुए जींद में किसान सम्मेलन कर बड़े फैसले लिए जाएंगे। प्रदेश के प्रत्येक जिले में किसान संगठनों के साथ मीटिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली बाॅर्डर पर किसानों ने धरना स्थगित किया था, जरूरत पड़ने पर फिर से बाॅर्डर सील करेंगे। इस अवसर पर परमजीत जींद, सुनील पहलवान, संजय मंदोला, वीरेंद्र हुड्डा, जोरावर सिंह, कृष्ण फौगाट, मनोज सहरावत, राम कुमार कादयान सहित कई किसान संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।