रोहतक, 12 जून (हप्र)
हरियाणा फेडरेशन ऑफ यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन की बैठक प्रधान डॉ. विकास सिवाच की अध्यक्षता एवं सेक्रेटरी डॉ. नरेंद्र चाहर की देखरेख में हुई। इसमें महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में हुई बैठक का विषय वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान बदलते हालात में हरियाणा के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा को बचाने के लिए एचफेक्टो की आगामी रणनीति को तैयार करना था। इस मौके पर हरियाणा के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षक संघ के प्रधान और उनकी कार्यकारिणी उपस्थित रही। हरियाणा कॉलेज टीचर एसोसिएशन के प्रधान दयानंद मलिक ने कहा कि आज हरियाणा में शिक्षकों के हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि उनको अपनी मासिक वेतन लेने के लिए हायर एजुकेशन विभाग के ऑफिस में और फाइनेंस डिपार्टमेंट के ऑफिस में हर महीने चक्कर लगाने पड़ते हैं और उसके बावजूद भी उनका वेतन समय से नहीं मिलता। हरियाणा सरकार के अफसर विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षकों से रंजिश रखते हैं और दुर्व्यवहार करते हैं, नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, चक्कर कटवाते रहते हैं। डॉ. परमेश कुमार ने बताया कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट तीन साल पहले ही दे दी थी। परंतु हायर एजुकेशन विभाग,चेयरमैन हायर एजुकेशन काउंसिल और फाइनेंस डिपार्टमेंट अतिरिक्त मुख्य सचिव अपने अपने तरीके से यूजीसी द्वारा प्रस्तावित गाइडलाइन को बदलना चाहते हैं और यह तीनों एक साथ बैठना कर इसका समाधान भी नहीं निकालना चाहते।