भिवानी, 3 फरवरी (हप्र)
प्रदेश सरकार निजी स्कूलों को बंद करके युवाओं के भविष्य पर ताला लगाने का काम कर रही है। आए दिन निजी स्कूलों के लिये नये-नये फरमान जारी कर संचालकों का उत्पीड़न करने पर उतारू है। जिसको किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा। यह बात हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के वरिष्ठ उपप्रधान एवं अस्थाई और परमिशन मंच के संरक्षक घनश्याम शर्मा ने वर्चुअल बैठक में कही। उन्होंने कहा कि वे निजी स्कूलों को बचाने के लिए सभी विधायक, मंत्रियों, सांसदों और मुख्यमंत्री दरबार में भी अपनी समस्या रखेंगे।
12 हजार स्कूल प्रभावित होंगे
उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 12 हजार स्कूल सरकार की नीति से प्रभावित होंगे। निजी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चों की संख्या करीबन 20 लाख है। स्कूल बंद हो जाने से इन बच्चों की पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ेगा। वहीं सरकार की गलत नीति के चलते 5 लाख स्कूल कर्मचारियों के परिवारों के चूल्हे भी ठंडे पड़ जायेंगे। उन्होंने सरकार से वर्ष 2003 से 2009 अस्थाई व परमिशन वाले स्कूलों को स्थाई मान्यता प्रदान करने सहित अन्य मांगों को लागू किये जाने की मांग की।