रोहतक, 15 नवंबर (हप्र)
जाट शिक्षण संस्था के कुछ आजीवन सदस्यों व खाप प्रतिनिधियों ने एडवोकेट चंचल नांदल की अध्यक्षता में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में जाट कॉलेज के प्राचार्य महेश ख्यालिया पर तथ्य छिपाकर गलत तरीके से नियुक्ति पाने सहित कई आरोप लगाए हैं। वहीं, प्राचार्य महेश ख्यालिया ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति नियमों के तहत हुई है। उन्होंने आरोप लगाने वाले लोगों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर उन्हें प्राचार्य पद पर उनकी नियुक्ति को लेकर कोई आपत्ति है, तो वह कहीं भी मुझे बुलाकर मेरे कागजों की जांच करें या समाज के गणमान्य व्यक्तियों की मध्यस्थता में बात करें। अगर खाप प्रतिनिधियों पर भी भरोसा नहीं है तो सुप्रीम कोर्ट में अपील कर दें। लेकिन संस्था को बदनाम न करें क्योंकि जाट शिक्षण संस्था उत्तर भारत की प्रतिष्ठित संस्थाओं में से एक है। अगर किसी भी दस्तावेज में कमी मिली तो वह तुरंत इस्तीफा दे देंगे।