
चंडीगढ़, 25 मार्च (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों का आह्वान किया कि किसान एफपीओ से जुड़ कर खेती करें, ताकि उनकी कृषि लागत में कमी आए और उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो सके। किसान सूक्ष्म सिंचाई, टपका सिंचाई इत्यादि प्रणाली को अपनाएं। समय की मांग के अनुसार आज किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने की आवश्यकता है। प्राकृतिक खेती से भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ती है और रसायनिक खाद पर निर्भरता न होने से उत्पादन लागत में भी कमी आती है।
मुख्यमंत्री शनिवार को किसान उत्पादक समूहों (एफपीओ) के किसानों से ऑडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को आधुनिक तकनीक प्रबंधन, भंडारण, विपणन का ज्ञान प्रदान कर उनकी आय बढ़ाने की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी-2020 में किसान उत्पादक समूह की परिकल्पना की थी। देश में 10 हजार एफपीओ बनाने का लक्ष्य रखा गया था। किसान इस योजना का अधिकतम लाभ उठा रहे हैं।
प्रदेश में 731 एफपीओ बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज इन एफपीओ की उपलब्धि से प्रेरणा प्राप्त कर अन्य किसान भी एफपीओ से जुड़ेंगे। किसानों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार किसानों के लिए हितकारी योजनाएं क्रियान्वित कर रही है।
सीएम ने प्रभावित फसलों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को अपने हिसार दौरे के दौरान असामयिक बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को 15 अप्रैल तक यह विशेष गिरदावरी के कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसानों को मई माह तक मुआवजा वितरित किया जा सके।
सब से अधिक पढ़ी गई खबरें
ज़रूर पढ़ें