विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम 15 जुलाई
साइबर सिटी में मनोरंजन के ‘ड्रीम्स’ पर ताला लग गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने शुक्रवार को देश के सबसे बड़े मनोरंजन केंद्र ‘किंगडम ऑफ ड्रीम्स’ काे सील कर दिया। मनोरंजन केंद्र पर 322 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया था, जिस कारण यह कदम उठाया गया।
एचएसवीपी के संपदा अधिकारी (II) संजीव सिंगला ने बताया कि किराया नहीं देने के कारण मनोरंजन केंद्र को नोटिस भेजे गए थे। भुगतान नहीं हुआ तो लीज रद्द कर दी गई। सभी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे सील कर कब्जे में ले लिया गया है। यह प्राधिकरण की जमीन पर बना था और लीज पर दिया गया था। अधिकारियों ने केंद्र को सील करने से पहले काफी जोर-आजमाइश के बाद उसके कर्मचारियों को बाहर निकाला। मनोरंजन केंद्र पर 108 करोड रुपये किराया और 100 करोड़ रुपये की पेनल्टी लगाई गई है। इसके अलावा, प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा करने और उसे इस्तेमाल करने को लेकर भी 114 करोड़ रुपये का जुर्माना किया गया है। इस तरह किंगडम ऑफ ड्रीम पर कुल 322 करोड़ रुपये सरकार के बकाया हैं। इस जमीन का मूल्य बाजार में हजारों करोड़ रुपये है और इस प्रोजेक्ट को बेचा जाए तो उससे कई गुना पैसा ज्यादा आ जाएंगे।
किंगडम ऑफ ड्रीम्स के संचालक गगन शर्मा को काफी प्रभावशाली माना जाता है। हुड्डा सरकार में यह माना जाता था कि कांग्रेस सरकार किंगडम ऑफ ड्रीम्स के साथ मिली हुई है और लीज का पैसा वसूल नहीं रही है। भाजपा सरकार आने पर भी हालात नहीं बदले। मनोरंजन केंद्र ने सरकार को किराया नहीं दिया। अब प्राधिकरण ने इस पर ताला लगा दिया है। इस प्रोजेक्ट में हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार के कर्मचारियों और अधिकारियों का भी पैसा लगा हुआ था। यहां पर जो दुकाने और होटल थे उनमें काफी पैसा दुनिया भर के लोगों का लगा हुआ था। (एचएसवीपी) को कोई पैसा नहीं देने वाले किंगडम ऑफ ड्रीम्स के मालिक कई हजार करोड़ रुपये में अपनी दुकानें लीज पर दे चुके थे और वे लोग कमा रहे थे।
2008 में दिया था लीज पर
लगभग 5 एकड़ में फैले किंग्डम आफ ड्रीम्स को 2008 में लीज पर दिया गया था। प्राधिकरण को मनोरंजन केंद्र से हर माह लगभग 36 लाख रुपये किराया लेना था, लेकिन सरकार को एक पैसा नहीं दिया गया। लगभग 100 करोड़ रुपये किराया बकाया होने के बाद सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों ने कानूनी कार्रवाई इसलिए की ताकि रिकॉर्ड में उसे पूरा रखा जा सके। लेकिन यह कार्रवाई आरटीआई कार्यकर्ताओं के काम आई, जो बाद में इसे अदालत में ले गए।
देशभर से आते थे पर्यटक : किंगडम ऑफ ड्रीम्स में देशभर से पर्यटक आते थे। फिल्मी हस्तियां यहां पर फिल्म बनाने के लिए आती थीं। पूरे देश में जब सूर्य डूब जाता था तो किंगडम ऑफ ड्रीम्स में दिन निकला रहता था। यहां की बनाई कलाकृतियां बेजोड़ और लोगों के आकर्षण का केंद्र थीं।
ग्रुप के अन्य प्रोजेक्ट भी
इस ग्रुप के और भी प्रोजेक्ट गुरुग्राम में हैं। उनकी कई शिकायतें हैं, जिन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। खासतौर पर ग्रीन बेल्ट कब्जा करने का मामला चर्चा में है। इनके मालिकों का संबंध हरियाणा के एक ऐसे पूर्व केंद्रीय मंत्री से भी है, जो कभी कांग्रेस की सरकार में काफी रसूखदार थे, लेकिन आजकल उनके संबंध भाजपा से हैं।