शाहाबाद मारकंडा, 28 अप्रैल (निस)
हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन और विधायक रामकरण काला ने कहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मांग की है कि किसानों की मांगों को मानकर आंदोलनरत किसानों को घर भेजने की व्यवस्था की जाए और आंदोलन पर बैठे किसानों के साथ किसी भी तरह की जोर जबरदस्ती न की जाए। विधायक रामकरण काला बुधवार को विश्रामगृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को चाहिए कि केन्द्र सरकार से सिफारिश कर किसानों की मांगों को पूूरा जाए ताकि कोई भी किसान भाई कोरानो की चपेट में न आएं। कोरोना की महामारी लगातार पांव पसार रही है ऐसे में किसानों को भी इससे सुरक्षित रखना सरकार का दायित्व है। वहीं उन्होंने कहा कि शाहाबाद में हर परिस्थिति से निपटने के लिए रणनीति बनाई जा रही है और इसके लिए उपायुक्त व अन्य अधिकारियों से बैठक की गई है। उन्होंने कहा कि शाहाबाद सामुदायिक केन्द्र में बने नये भवन को जल्द शुरू किया जाएगा और यहां पर अतिरिक्त चिकित्सकों की व्यवस्था की जाए।
भाजपा राज में हो रही किसान-मजदूरों की बेकदरी : तंवर
सिरसा (निस) : अपना भारत मोर्चा के संयोजक एवं पूर्व लोकसभा सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि भाजपा शासन में आज किसानों और मजदूरों की बेकदरी हो रही है। किसानों को मंडियों में सुविधाएं नहीं मिल रही और बारदाना भी पुराना दिया जा रहा है। डॉ. तंवर बुधवार को नाथूसरी चौपटा की अनाज मंडी में विकास ट्रेडिंग कंपनी पर किसानों से मुखातिब हो रहे थे। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर सरकारी दफ्तरों में किसानों की लूट हो रही है वहीं कोरोना काल में लाखों की संख्या में धरनों पर बैठे किसानों की कोई सुध नहीं ली जा रही। सौ से अधिक किसान मोर्चे पर शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। किसानों की मांगों के आगे सरकार की हठधर्मी हैरान करती है। किसान तीन काले कानूनों को वापस लेने की मांग कर रही है लेकिन प्रधानमंत्री ने अब तक एक बार भी इस मुद्दे को लेकर बयान नहीं दिया। इतना ही नहीं केंद्रीय कृषि मंत्री भी बेतुकी बातें करके किसानों का आक्रोश बढ़ा रहे हैं। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व सरपंच बंसीलाल जमाल, बलिंद्र सिंह सहारण पूर्व सरपंच, विकास पूनिया, अमित सोनी, खुशीराम मील, राजू बजाज, पंकज चौहान आदि मौजूद रहे।