चंडीगढ़, 17 मार्च (ट्रिन्यू)
हरियाणा के 23 गांवों के लोगों के लिए होली का त्यौहार इस बार ‘दिवाली’ से कम नहीं होगा। जी हां, इन गांवों में भी अब 24 घंटे बिजली आपूर्ति होगी। सरकार ने ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना में इन नये गांवों को शामिल किया है। प्रदेश में 24 घंटे आपूर्ति वाले गांवों की संख्या बढ़कर 5592 हो जाएगी। प्रदेश के बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि योजना के प्रति ग्रामीण उपभोक्ताओं का रुझान बढ़ रहा है।
बिजली निगमों ने इस वर्ष 26 जनवरी को 82 नये गांवों को भी योजना में शामिल किया था। होली पर 23 नये गांवों के मिलने से इस साल अभी तक 115 गांव 24 घंटे आपूर्ति की श्रेणी में आ गए हैं। इन गांवों में सोनीपत के 7 गांव – बढ़खालसा, राई, असवरपुर, भोगीपुर, रजलुगढ़ी, मेहरा और मदीना शामिल हैं। वहीं रोहतक के 4 गांवों में रुड़की, पोलांगी, रीठल नरवाल और रीठल फोगाट का शामिल किया है। झज्जर के 4 गांवों में लोहाट, देवरखाना, मुंडाखेड़ा और बराही तथा पानीपत के 8 गांवों में बिजावा, कैथ, शाहपुर, बुआना लखु, पुथर, ककोदा, बांध और शिवा को शामिल किया है।
लाइन लॉस घटकर हुआ 14% : रणजीत चौटाला
चौ. रणजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश का लाइन लॉस भी घटकर लगभग 14 प्रतिशत हो गया है। पहले यह 33 प्रतिशत से अधिक था। रणजीत सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भिवानी जिले के बाढड़ा गांव में 2015 में एक रैली के दौरान स्वयं ग्रामीण उपभोक्ताओं से बिजली के बिल भरने की आदत डालने की अपील की थी। पहली जुलाई, 2015 से मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने के लिए कुरुक्षेत्र के दयालपुर गांव से ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना की शुरुआत की थी।
केंद्र से भी मिली तारीफ
चौ़ रणजीत सिंह ने कहा, ‘बिजली मंत्री होने के नाते मेरे लिए व हरियाणा के लिए गर्व का विषय है कि बिजली निगमों की कार्यप्रणाली की सराहना केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने की है। उन्होंने केंद्र सरकार से एक टीम अध्ययन के लिए हरियाणा का दौरा करने की बात कही है। यह हरियाणा के इतिहास में शायद पहला अवसर है, जब बिजली निगमों की चारों वितरण कंपनियां मुनाफे में पहुंची है’।