कुरुक्षेत्र, 8 जून (हप्र)
देश के विद्युत उपभोक्ता, विद्युत मंत्रालय के आदेशों के अनुसार भारतीय कोयले के साथ आयातित कोयले के सम्मिश्रण के कारण महंगी बिजली का खमियाजा भुगतेंगे।
ये बात ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के प्रवक्ता विनोद गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि आयातित कोयले के उपयोग से चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बिजली की दर 70 पैसे से एक रुपये प्रति यूनिट के बीच बढ़ जाएगी। यह वृद्धि उपभोक्ता से तिमाही फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट के रूप में ली जाएगी।
आयातित कोयले के कारण राज्यों पर कुल अतिरिक्त लागत भार 24,000 करोड़ रुपये से अधिक होगा। वीके गुप्ता ने कहा कि हरियाणा के मामले में उपभोक्ताओं को 90 पैसे प्रति यूनिट के फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट का सामना करना पड़ सकता है।