गोहाना (निस) :
शहर पुराना बस स्टैंड स्थित शहीद स्मारक पर कैप्टन विक्रम बतरा का 23 वां बलिदान दिवस मनाया गया। नागरिकों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्य वक्ता और आजाद हिंद देश भगत मोर्चा के निदेशक डॉ. सुरेश सेतिया ने कहा कि कैप्टन विक्रम बत्रा कारगिल जंग के हीरो थे । वह 7 जुलाई 1999 को शहादत को प्राप्त हो गए थे। कैप्टन विक्रम बत्रा का नाम सुनकर दुश्मन थर-थर कांपते थे। जब-जब कारगिल युद्ध की बात आती है तो सेना के एक ऐसे जांबाज का नाम जरूर आता है जिसने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों की धज्जियां उड़ा दी थी। श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता मोर्चे के संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने की।उन्होंने कहा कि 14 सितंबर 1974 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर के घग्गर गांव में जन्मे शहीद कैप्टन बत्रा को उनकी सैन्य टुकड़ी शेरशाह के नाम से जानती थी। उनके अदम्य साहस और नेतृत्व प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से भी नवाजा गया था।