करनाल, 7 मार्च (हप्र)
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि देश और प्रदेश के गौरव को पूरी दुनिया में बुलंद करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान हर समाज और सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। हुड्डा रविवार को द्रोणाचार्य अवॉर्डी कृष्ण हुड्डा द्वारा आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे।
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान पदक लाओ और पद पाओ जैसी नीति बनाई गई थी, लेकिन भाजपा ने उसे भेदभाव नीति बना दिया। कांग्रेस कार्यकाल में खिलाड़ियों के सम्मान में 5 करोड़ रुपए तक इनाम राशि तय की गई और साथ ही उन्हें सामाजिक सुरक्षा देते हुए पदक लाओ, पद पाओ नीति के तहत उन्हें उच्च पदों पर नियुक्ति दी। इसका असर ये हुआ कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा के खिलाड़ियों ने पूरे देश का नाम रोशन किया। कॉमनवेल्थ और ओलंपिक खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने सबसे ज्यादा पदक हासिल किए। पूर्व मुख्यमंत्री ने मौजूदा सरकार द्वारा खेल नीति में किए जा रहे हैं बदलाव पर दुख जताया।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि गठबंधन सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से एचसीएस, एपीएस और प्रमोशन का अधिकार छीन लिया है। नई नीति के तहत पदक विजेता खिलाड़ी अब जूनियर कोच से उपनिदेशक तक के पदों पर ही नियुक्तियां हासिल कर पाएंगे। पैरा ओलंपियन की नियक्ति को ग्रुप-बी पदों तक सीमित कर दिया गया है। ये उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है। कार्यक्रम में खेल रत्न बॉक्सर विजेंद्र सिंह, द्रोणाचार्य अवॉर्डी आर एस खोखर, राज सिंह, महावीर फोगाट, बलवान सिंह, डीपी दहिया, ध्यान चंद अवॉर्डी शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, अर्जुन अवॉर्डी अनूप कुमार, जसबीर सिंह, रमेश कुमार, सुंदर राठी, मंजीत चिल्लर, प्रवीण, अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी जोगिंदर सिंह रमेश कुमार भी मौजूद रहे।