अजय मल्होत्रा/हप्र
भिवानी, 7 नवंबर
किसानों द्वारा भाजपा-जजपा नेताओं के सरकारी कार्यक्रम का विरोध किया जाता है तो सरकार व भाजपा की ओर से इसे जातिगत विरोध दिखाने की कुचेष्टा की जाती है, जो कभी सफल नहीं होगी। यह जन आंदोलन सभी 36 बिरादरी के कमेरे वर्ग का है जोकि अपनी रोजी-रोटी को बचाने के लिए संघर्षशील हैं।
हांसी जाएंगे प्रदर्शन में शामिल होने : रविवार को यह बात कितलाना टोल पर धरने को संबोधित करते हुए सांगवान खाप चालीस के सचिव नर सिंह सांगवान डीपीई ने कही। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को दादरी भिवानी से अनेक किसान पुलिस प्रशासन का घेराव करने के लिए हांसी जाएंगे। उन्होंने मांग की कि नारनौंद में गंभीर रूप से घायल कुलदीप सातरोड़ पर हमला करने वालों पर आईपीसी की धारा 307 का मुकदमा दर्ज करके शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और सभी किसानों पर झूठे केस रद्द किए जाएं।
सांसद का बयान असंवैधानिक : कालूवाला के पूर्व सरपंच रामानंद धानक ने आरोप लगाया कि सांसद अरविंद शर्मा की ओर से विरोध करने वालों की आंख फोड़ने और हाथ काटने की भाषा हिंसा भड़काने वाली है। उनका बयान गैरसंवैधानिक है, सांसद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार पर जातिगत झगड़े पैदा करने का आरोप लगाया तथा किसान मजदूरों को सचेत रहने का आह्वान किया।
कितलाना टोल पर चल रहे धरने के 317वें दिन की अध्यक्षता सांगवान खाप चालीस से नरसिंह सांगवान डीपीई, सर्वजातीय स्योराण पच्चीस से जगदीश हुई, किसान सभा से ओमप्रकाश दलाल, चौ. छोटूराम डाॅ. अम्बेडकर मंच के गंगाराम स्योराण, रिटायर्ड कर्मचारी संघ से हरबीर नम्बरदार ने संयुक्त रूप से की।
इस अवसर पर सूरजभान झोझू, सुरेन्द्र कुब्जानगर, समुन्द्र सिंह कितलाना, अतर सिंह मास्टर कालूवाला, बुजन जांगड़ा, कप्तान रामफल डोहकी, निहाल सिंह डोहकी, ओम प्रजापति, शब्बीर हुसैन, धर्मबीर यादव, ईश्वर धानक कोंट, सूबेदार सतबीर सिंह, मोजीराम पहलवान, सुरेश, बलजीत व साधु मानकावास शामिल थे।