कैथल, 7 जून (हप्र)
ब्राह्मण नेता नवीन जयहिन्द ने कहा कि भाजपा के नेताओं ने वर्तमान निकाय चुनावों में भाजपा ने किसी ब्राह्मण को टिकट नहीं दिया। इस बात के विरोध में ब्राह्मणों को इस चुनाव में भाजपा का विरोध करना चाहिए।
नवीन जयहिन्द यहां 26 जून को दिल्ली जंतर-मंतर पर पहुंचने का ललकारा देने ब्राह्मण धर्मशाला में पहुंचे थे।
ब्राह्मण समाज के लोगों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं कैथल के सभी फरसाधारी साथियों को बधाई देता हूं, जो कैथल से रोहतक पहुंचे थे। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि अगर सरकार कश्मीरी हिन्दुओं की सच में ही हितैषी है तो उनके पलायन को रोके ओर उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए एके-47 दे ताकि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें।
कश्मीरी हिन्दुओं की आवाज उठाने के लिए 26 जून को दिल्ली में जंतर मंतर पर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की बात कही और सभी युवाओं को 26 जून को फरसे लेकर दिल्ली जंतर-मंतर पहुचने का आह्वान किया। इस मौके पर अभिजीत जोशी, पूर्व पार्षद विजयपाल शर्मा, सतबीर बाबा लदाना आदि भी उपस्थित थे।
पीएचडी युवा भी कर रहे आत्महत्या
नवीन ने कहा कि हरियाणा में लगभग पच्चीस लाख युवा बेरोजगार हैं। आज के दिन आप देख रहे हैं कि हरियाणा में सबसे बड़ी समस्या है, वह है बेरोजगारी। करनाल के एक पीएचडी पास किए लड़के ने बेरोजगारी के चलते आत्महत्या कर ली है। विभिन्न विभागों में पांच लाख पद खाली पड़े हैं, पर फिर भी सरकार युवाओं को बेरोजगारी के अंधेरे में धकेल रही है। जयहिन्द ने बताया अगर सरकार बेरोजगारो को रोजगार नहीं देगी तो बेरोजगार युवा नशे, क्राइम, व आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे।
कश्मीरी पंडितों का पलायन रोके सरकार
करनाल (हप्र) : कश्मीरी पंडितों के समर्थन में अभियान चला रहे आप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिन्द ने कहा कि अगर सरकार कश्मीरी हिन्दुओं की हितैषी हैं तो उनके पलायन को रोके । उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए एके47 दे ताकि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। 26 जून दिल्ली जंतर-मंतर पर पहुंचने के आह्वान के साथ आज असंध पहुंचे नवीन ने सभा से पूर्व मोटरसाइकिल यात्रा निकाली। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का फरसा न्याय का प्रतीक है और कमजोर लोगों की रक्षा के लिए उन्होंने फरसा उठाया है। जयहिन्द ने कहा कि कश्मीर में लोगों को टारगेट करके मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि धारा 370 हटाना अच्छी बात है, लेकिन वहां की जो धरातल की स्थिति है, वह पहले से भी ज्यादा खराब हो चुकी है।