सोनीपत, 6 मार्च (हप्र)
बागवानी विश्विद्यालय, बागलकोट, कर्नाटक के वीसी डॉ. केएम इंद्ररेश ने क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र मुरथल सोनीपत पहुंचकर मशरूम, मधुमक्खी पालन, हन्नी प्रोसेसिंग, हाईटेक नर्सरी व रिटेकटेबल पोली हाउस में लगी पौध का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न प्रकार की मशरूमों की किस्मों में गहरी रूचि दिखाई।
केंद्र में पहुंचकर एमएचयू कुलसचिव एवं क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र मुरथल के इंचार्ज डॉ. अजय सिंह से जानकारी हासिल करने के बाद वीसी डॉ. इंद्ररेश ने बोले कि हाईटेक नर्सरी में जो पौध तैयार की जा रही हैं, वो किसानों के लिए उत्तम सुविधा है। उन्होंने माना कि ऐसी सुविधा किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
कुलसचिव डॉ. अजय सिंह ने बताया कि कोरोना काल में भी क्षेत्रीय मशरूम अनुसंधान केंद्र से 100 टन खुंबी का बीज, 550 टन खुंबी का खाद, 6 लाख से ज्यादा विभिन्न प्रकार की सब्जियों की पौध, 750 से ज्यादा युवाओं को बागवानी फसलों में उच्च तकनीक जैसे हाइड्रोपोनिक्स, एयरोपोनिक्स, स्मार्ट फार्मिग, मशरूम उत्पादक टैक्नॉलोजी व वैज्ञानिक मधुमक्खी व शहद के अन्य उत्पादों की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि केंद्र में हर सप्ताह युवाओं को बागवानी खेती के विभिन्न विषयों पर वैज्ञानिक तरीकों से विशेषज्ञों द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही हैं ताकि युवा बागवानी खेती में कैरियर बनाए ओर स्वयं का बिजनेस करें और अपने साथ-साथ दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें।