भिवानी, 15 दिसंबर (हप्र)
किसान आंदोलन हरियाणा-पंजाब के भाईचारे की भी मिसाल बना है। इसी अनुभव का उपयोग अब दोनों प्रदेशों के बीच सियासतदानों द्वारा अपने फायदे के लिए बनाए गए एसवाईएल के मुद्दे को सुलझाने में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। यह बात किसान आंदोलन के दौरान मेडिकल मदद देने वाले युवा कल्याण संगठन के संरक्षक कमल सिंह प्रधान ने बुधवार को यहां किसानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हरियाणा और पंजाब की धरती भाईचारे के मिसाल की धरती है। दोनों प्रदेशों की भौगोलिक सामाजिक व आर्थिक स्थित भी एक जैसी ही है।उन्होंने कहा कि एसवाईएल का मुद्दा केवल सियासतदानों ने अपने अपने राजनैतिक लाभ के लिए बनाया गया है। उन्होंने कहा कि युवा कल्याण संगठन हरियाणा की खाप पंचायतों से आग्रह करेगा कि वे एक प्रतिनिधिमंडल गठित करे जो पंजाब प्रांत के जत्थेबंदियों से बात करके एसवाईएल का सकारात्मक हल निकालने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे के सकारात्मक समाधान के लिए हरियाणा की खाप युवा कल्याण संगठन की जो जिम्मेवारी लगाएंगी हम उन्हें सहर्ष स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब में विधानसभा चुनाव है। वहां के जत्थेबंदियों से अपील करेंगे कि राजनीतिक पार्टियों पर दबाव बनाकर एसवाईएल का मुद्दा सुलझवाएं, ताकि दक्षिणी हरियाणा की प्यासी भूमि को पानी मिल सकें।