कैथल, 19 मार्च (हप्र)
शहर में बेसहारा पशुओं की गंभीर समस्या बनी हुई है। पशुओं के कारण रोजाना सड़क हादसे हो रहे हैं। कपिस्थल नंदीशाला के प्रधान शमशेर शर्मा और संरक्षक रामलाल ने बताया कि अगर प्रशासन और सरकार आर्थिक सहयोग दे तो वे शहर के सभी पशुओं को लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि 2017 में गांव भैणी माजरा के पास नगर परिषद की तरफ से नौ एकड़ दस मरले जमीन पर नंदीशाला बनाई गई थी। नंदीशाला के 101 सदस्य बने हुए हैं, जिनके सहयोग से नंदीशाला को चलाया जा रहा है। गोशाला में करीब 1600 गौवंश हैं। नंदीशाला का रोजाना करीब एक लाख रुपये खर्च है। इसमें गायों का चारा, काम करने वाले कर्मचारियों का वेतन और अन्य खर्च शामिल हैं। नगर परिषद, गोसेवा आयोग, विधायक, शहर के लोगों और मुख्यमंत्री की तरफ से समय-समय पर थोड़ा बहुत अनुदान दिया जाता है। गोशाला का खर्च ज्यादा होने के कारण परेशानी हो रही है। अगर नंदीशाला को नियमित अनुदान दिया जाए तो शहर की सड़कों पर बेसहारा पशु नजर नहीं आएंगे।