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Haryana Assembly में 36वां विधायी ड्रॉफ्टिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, 13 देशों के 27 प्रतिनिधियों ने प्रदेश को करीब से समझा

समाज की प्रगति को नई दिशा में ले जा सकता है अच्छा विधायी ड्रॉफ्ट : मुख्यमंत्री
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 16 अप्रैल।

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Haryana Assembly : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विधायी ड्राफ्टिंग तैयार करते समय केवल कानून की भाषा ही नहीं बल्कि समाज की भावनाओं, जरूरतों और संभावनाओं पर भी विचार करना आवश्यक है। एक अच्छा विधायी ड्राफ्ट केवल मौजूदा समस्याओं का समाधान नहीं करता है, अपितु समाज को प्रगति की दिशा में भी ले जाता है। इसलिए विधायी प्रक्रियाओं में स्पष्टता, समानता और नागरिक भागीदारी को विशेष महत्व दिया जाना चाहिए।

हरियाणा सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि नीति निर्माण और कानून निर्माण की प्रक्रिया समावेशी व सशक्त हो। ई-गवर्नेंस के माध्यम से राज्य ने प्रशासन में पारदर्शिता लाई है। शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। अब विधायी प्रक्रिया को और अधिक आधुनिक, समावेशी और सुलभ बनाने की दिशा में लगातार अग्रसर हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा में 16 अप्रैल से 21 अप्रैल तक आयोजित किए जा रहे 36वें अंतर्राष्ट्रीय विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम लोकसभा सचिवालय के संसदीय लोकतंत्र अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस पहल में 13 देशों के कुल 27 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंदर कल्याण भी उपस्थित थे। हरियाणा विधानसभा ने इस दिशा में सदैव पहल की है। पारदर्शी और उत्तरदायी विधायी प्रणाली के निर्माण के लिए हमने विभिन्न तकनीकी और संरचनात्मक बदलाव किए हैं। हरियाणा विधानसभा ने डिजिटल विधायिका की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इससे विधायकों की कार्य क्षमता में वृद्धि हुई है और आम जनता तक सूचनाओं की पहुंच भी आसान हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम केवल एक औपचारिक अभ्यास मात्र नहीं है, बल्कि राष्ट्रों के बीच आपसी समझ, ज्ञान के आदान-प्रदान और विधायी पारदर्शिता की दिशा में एक सशक्त कदम है। यह मंच हमारे अनुभवों को साझा करने, एक-दूसरे की विधायी प्रणालियों को समझने और अपने-अपने लोकतांत्रिक संस्थानों को सशक्त बनाने का माध्यम है। आज जब विभिन्न देशों के प्रतिभागी एक साथ आए हैं, तो यह वैश्विक सहयोग और साझेदारी का प्रमाण है।

विधायी ड्राफ्टिंग कौशल विधायी प्रक्रिया की कुंजी : हरविन्द्र कल्याण

विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि प्राइड 1985 से क्षमता निर्माण कार्यक्रम चला रहा है। ऐसे प्रशिक्षणों की शृंखला में यह विधायी ड्राफ्टिंग में 36वां अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य विधायी ड्राफ्टिंग कौशल को बढ़ाना है, जो विधायी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। कल्याण ने कहा कि विधायी कामकाज से जुड़े लोगों के लिए एक-दूसरे से ज्ञान और अनुभव को साझा करने से वैश्विक स्तर पर सौहार्द बढ़ेगा और आपसी समन्वय से कानून का शासन सशक्त होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिभागियों की दक्षता को बढ़ाएगा। इस दौरान उन्होंने हरियाणा विधानसभा में की जा रही सकारात्मक पहलों का भी जिक्र किया।

विधायकों और कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। युवा संसदों का आयोजन, सर्वदलीय बैठकें, शून्य काल में सुधार, विधायकों को सार्वजनिक महत्व के मामलों को उठाने के लिए प्रोत्साहित करना और सदन में व्यवस्था बनाए रखना प्रमुख है। इस कार्यक्रम के साथ भी चार युवाओं को जोड़ा है। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इसमें शामिल सभी सदस्य कार्यपालिका तथा विधायिका के विधिक क्षेत्रों से महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ये प्रतिनिधि विधायी संस्थानों के प्रतिदिन के कामकाज में विधि-नियमों को बनाए रखने में प्रत्यक्ष रूप से सहयोग करते हैं। यह सुशासन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

प्रगतिशील है हरियाणा : चतुर्वेदी

भारत सरकार के पूर्व विधि सचिव और प्राइड के पाठ्यक्रम निदेशक केएन चतुर्वेदी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का विस्तृत विवरण दिया और प्रभावी विधायी ड्राफ्टिंग के लिए प्रमुख आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने हाल के वर्षों में हरियाणा में हुए महत्वपूर्ण विकास की भी प्रशंसा की। अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली से चंडीगढ़ की यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने प्रत्यक्ष रूप से देखा कि हरियाणा राज्य कितना प्रगतिशील और शांतिपूर्ण है।

नई तकनीकों से बढ़ेगी क्षमता : नेमलसेफ

ग्रुप लीडर एलेजांद्रो निकोलस वीसन नेमलसेफ ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के लिए हरियाणा विधानसभा और प्राइड का धन्यवाद किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त विधायी ड्राफ्टिंग में नई तकनीकें और बढ़ी हुई दक्षता निश्चित रूप से प्रतिभागियों को अपने-अपने देशों में लोकतांत्रिक प्रणालियों को और मजबूत करने में मदद करेगी। इस अवसर पर विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी, मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय, लोकसभा एवं हरियाणा विधानसभा के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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