यमुनानगर,11 जुलाई (हप्र)
पहाड़ों पर हो रही बरसात के कारण बरसाती नदियां इन दिनों उफान पर हैं। यमुनानगर के रंजीतपुर इलाके में सोमनदी ऐसे उफान पर आई कि वहां हिमाचल और हरियाणा को जोड़ने वाले एकमात्र पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त दिया। इस बरसाती पानी ने पुल की नींव हिला दी। पुल के नीचे भी पूरी तरह से फर्श को क्षतिग्रस्त कर बड़े-बड़े ब्लॉक को पानी तिनके की तरह बहा कर ले गया। यही नहीं इस पुल के टूटने से हरियाणा हिमाचल का संपर्क इस रास्ते से पूरी तरह से टूट चुका है। यमुनानगर के दर्जनों गांव इस पुल के दूसरी तरफ हैं, जिनका संपर्क भी अब शहर से टूट चुका है। ऐसे में पुलिस ने पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग कर वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगा दी है। यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज से आज फिर 3 लाख 59000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो दिल्ली के पानी में इजाफा करेगा और दिल्ली में हालात और अधिक खराब करेगा शिक्षा एवं वन मंत्री का दौरा लगातार हो रही वर्षा और इससे होने वाले नुकसान एवं स्थिति का जायजा लेने के लिए हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री विभिन्न अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में दौरे पर निकले।
इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत की और उनकी समस्या को जाना और उन्हें दूर करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री कवर पाल गुर्जर ने कहा कि इस बार कालका से कलेश्वर तक के पहाड़ी एरिया में भारी वर्षा हुई है, जिसके चलते मैदानी इलाकों में उसका बहुत अधिक असर देखने को मिला है। प्रतापनगर, खिजराबाद, छछरौली सहित विभिन्न गांवों में भारी नुकसान हुआ है। गुर्जर ने कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों की बैठक बुलाई और अधिकारियों को तुरंत सभी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इंद्री में भी कुछ लोग फंस गए थे, जिन्हें सकुशल निकाल लिया गया है।