सोनीपत, 6 मई (हप्र)
शहर के सेक्टर-12 बाईपास पर साईं मंदिर के पास कैश कलेक्शन कंपनी के कारिंदों पर हमला कर लूटपाट करने के 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी दिनदहाड़े कारिंदों पर लाठियों से हमला कर 19.62 लाख रुपये लूटकर भाग गए थे।
आरोपियों को गन्नौर के नीलकंठ ढाबा से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से 7.11 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। तीनों को अदालत में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है। गांव मुकीमपुर निवासी नवीन ने 2 मई को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह ब्रिंक्स इंडिया लिमिटेड कंपनी में कैश कलेक्शन का काम करता हैं। उसके साथ उनके गांव शशि कुमार भी लगा हुआ है। 2 मई को 3 बदमाशों ने लाठियों से हमलाकर कंपनी का 19.62 लाख रुपया लूटा लिया था। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो एक आरोपी की पहचान हो गई थी। वह पुरखास का रहने वाला प्रशांत था। आरोपी उसी कंपनी में एक साल पहले नौकरी कर चुका था।
उसको पता था कि कैश कलेक्शन कंपनी के कारिंदों के पास सोमवार को 20-25 लाख रुपये का कलेक्शन होता है। उसने ही लूट की साजिश रची थी। आईपीएस दीप्ति गर्ग ने शुक्रवार शाम को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि लूट के बाद सदर थाना, सीआईए-1 और सीआईए-2 की टीमों का गठन किया गया था। पुलिस टीमों ने कार्रवाई करते हुए गन्नौर के नीलकंठ ढाबा में किराए पर कमरा लेकर रह रहे तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान पुरखास गांव के प्रशांत, तिहाड़ कला के रहने वाले सहदेव और खेवड़ा के रहने वाले हर्ष के रूप में हुई। जांच मं पता लगा कि घटना के बाद आरोपी यहां से भागकर हरिद्वार व देहरादून में रहे।
पुलिस ने तीनों को शुक्रवार दोपहर बाद अदालत में पेश किया, जहां उन्हें 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया।
फुटबॉल का खिलाड़ी रहा है प्रशांत
लूट का मास्टर माइंड प्रशांत फुटबॉल का खिलाड़ी रहा है। प्रशांत की टीम ने फुटबॉल के कई मुकाबले जीते हैं। वहीं उसका साथी तिहाड़ कला का रहने वाला सहदेव पहले भी कुछ मामलों में आरोपी है। उसके खिलाफ दो मामले सदर थाना में दर्ज है। पुलिस उसकी क्राइम हिस्ट्री की जांच करा रही है।