टोहाना, 19 जुलाई (निस)
भूना तहसील के गांव भुंदड़ा की सरप्लस घोषित 223 कनाल भूमि को फर्जी तरीके से मात्र 20 हजार रुपये में बड़े किसानों के नाम करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। विजीलेंस ब्यूरो ने डीएसपी सुरेन्द्र पाल की शिकायत पर फतेहाबाद के तत्कालीन एसडीएम सतबीर सिह जांगू, सरप्लस पटवारी जगदीश चन्द्र के अलावा भुंदड़ा के किसान व लाभार्थी सविन्द्र सिंह, हरमिन्द्र सिंह, मोहन सिंह, गुरमतेल सिंह, रसूलपुर निवासी नछत्तर सिंह, जगसीर सिंह, मिठू सिंह, दिगोह निवासी प्यारा सिंह व भूना तहसील के हरविन्द्र सिंह के विरुद्ध षडयंत्र रचकर फर्जी कागजात तैयार करके योग्य व्यक्तियों को दरकिनार करके अयोग्य व्यक्तियों के नाम सरप्लस की जमीन अलॉट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
विजीलेंस की शिकायत मिली थी कि मोहन सिंह, भुंदड़ा के पटवारी कानूनगो, नायब तहसीलदार सरप्लस व जसदीप नम्बरदार ने मिलीभगत करके सरप्लस की 11 करोड़ रुपये की 223 कनाल भूमि मात्र 20 हजार रुपये में असली हकदारों का हक मारकर उन लोगों के नाम की है, जो पहले से ही जमीन के मालिक हैं।
आरोप है कि तत्कालीन एसडीएम सतबीर सिंह जांगू ने भुंदड़ा निवासी सविन्द्र सिंह को 19 कनाल 2 मरले भूमि अलॉट की है जबकि सविन्द्र सिंह के पास मुजारा होने को कोई प्रमाण नहीं था। नछत्तर सिंह निवासी रसूलपुर को 44 कनाल 7 मरले भूमि अलॉट की गई जबकि भूंदड़ा गांव का निवासी नहीं था। हरमिन्द्र सिंह को 3 कनाल 2 मरला जमीन दी गई है, मोहन सिंह को 14 कनाल जमीन अलॉट की गई, जबकि मोहन सिंह के पास 91 कनाल 8 मरले भूमि थी जो 2 हैक्टेयर से ज्यादा है। इसी तरह 64 कनाल के मालिक गुरमेल सिंह को 16 कनाल, दिगोह निवासी प्यारा सिंह को जिसका भुंदड़ा से कोई संबंध नहीं है, को 66 कनाल 19 मरले जमीन अलॉट की गई है। इसी तरह बाकी किसानों को भी नियम के विरुद्ध जाकर जमीनें अलॉट की गई है। 11 करोड़ रुपये कीमत की जमीन की एवज में सिर्फ 20 हजार रुपये जमा करवाये गये हैं। उल्लेखनीय है कि सतबीर जांगू एडीसी पदोन्नत होकर सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं।