एक ही दिन में 257 अपराधी गिरफ्तार, गैंगस्टर नेटवर्क में खलबली
एक दिन चले ऑपरेशन में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अवैध हथियारों से जुड़े 42 नए मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें लगभग 62 अपराधी जेल भेजे गए। हत्या के 9 केस में 23 गिरफ्तारियां हुईं। हत्या के प्रयास के 13 केस में 16 को सलाखों के पीछे पहुंचाया,, वहीं अवैध हथियारों के 14 केस में 15 गिरफ्तारियां हुईं।
इतना ही नहीं, पुलिस ने 13 नये हिस्ट्रीशीटर्स चिन्हित कर उनकी हिस्ट्री शीट खोली है, जिससे उन पर लगातार निगरानी रखी जाएगी। अब तक ‘ट्रैकडाउन’ के दौरान 131 हिस्ट्री शीट खोली जा चुकी हैं। यह आंकड़ा बताता है कि पुलिस केवल अपराधियों को पकड़ ही नहीं रही, बल्कि उन्हें भविष्य में अपराध करने से पहले ही रोकने का तंत्र भी मजबूत कर रही है।
भिवानी पुलिस ने ऑपरेशन ट्रैकडाउन के दौरान एक ऐसे भगोड़े को गिरफ्तार किया, जिसकी तलाश महीनों से थी। सीआईए स्टाफ प्रथम, भिवानी की टीम ने 5000 के इनामी अपराधी नवीन पुत्र संजय, निवासी चरखी दादरी को तोशाम बाईपास से दबोच लिया।
हथियार सप्लाई चेन का पर्दाफाश
करनाल में सीआईए-2 की टीम ने हथियारों के सप्लायर बादल पुत्र विमल साहनी को गिरफ्तार कर गैंगस्टर नेटवर्क की रीढ़ पर प्रहार किया। बादल वही अपराधी है, जिसने असंध क्षेत्र के सरफली खेड़ी गांव में मेडिकल स्टोर पर फायरिंग की वारदात में हथियार उपलब्ध कराए थे। इस केस में पुलिस सात आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बादल पर 15 केस दर्ज हैं। पुलिस ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर तीन दिन का रिमांड हासिल किया है।
अपराध को जड़ से उखाड़ने का अभियान : डीजीपी
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन ट्रैकडाउन’ ने प्रदेश में एक स्पष्ट संदेश दिया है कि अब अपराध सिर्फ पकड़ा नहीं जाएगा, बल्कि खत्म किया जाएगा। अभियान का उद्देश्य न केवल वांछित अपराधियों को पकड़ना है, बल्कि गैंगस्टर फाइनेंसिंग, हथियार सप्लाई रैकट, फरार अपराधियों का नेटवर्क व अपराधियों की मूवमेंट जैसी जड़ों को काटना है।
