चंडीगढ़, 14 जनवरी (ट्रिन्यू)
पंचकूला में अपनी तरह के पहले आईपीडी राष्ट्रीय आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। 250 बेड वाला यह संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नयी दिल्ली की तर्ज पर विकसित होगा। इतना ही नहीं, इसका संचालन भी एम्स की तरह ही केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली संस्था द्वारा किया जाएगा।
राज्य के आयुष एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को कहा कि 270 करोड़ 54 लाख रुपए की लागत इस संस्थान पर आएगी। इसमें 100 आयुर्वेद और 150 प्राकृतिक चिकित्सा के बेड होंगे। संस्थान में यूजी, पीजी और पीएचडी की डिग्री के लिए हर वर्ष 500 छात्रों को शिक्षा दी जाएगी। इसमें आयुर्वेदिक उपचार, शिक्षा और अनुसंधान पर भी कार्य किया जाएगा। आयुष मंत्री ने कहा कि श्रीमाता मनसा देवी शृाइन बोर्ड की 19.87 एकड़ भूमि पर आयुष मंत्रालय इसका निर्माण करेगा।
शृाइन बोर्ड ने 27 अप्रैल, 2017 को ही यह जमीन आयुष मंत्रालय को पट्टे पर दे दी थी। उस समय इसके कुछ खसरा नंबर रह गए थे। बृहस्पतिवार को इनके खसरा नंबर भी पूरे हो गए और अब यह जमीन आयुष मंत्रालय को पट्टे पर दे दी है। विज ने कहा कि राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में अस्पताल और कॉलेज भवन, स्नातक, स्नातकोत्तर और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रावास तथा आवासीय भवन होंगे।
अतिथि गृह, निदेशक का गृह भवन, सभागार भवन और अस्पताल भवन के नीचे वाणिज्यिक परिसर और बेसमेंट भी बनेगी। वाप्कोस को इस परियोजना के लिए मैनेजमेंट कंसलटेंट नियुक्त किया है। वाप्कोस के अनुसार, इस परियोजना का कांसेप्ट लेआउट प्लान, मास्टर लेआउट प्लान, विस्तृत परियोजना रिपोर्ट, अनुमानित लागत की रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। इस परियोजना का कार्य भी आवंटित कर दिया गया है और परियोजना पर कार्य शुरू भी हो चुका है।