सोनीपत, 17 फरवरी (निस)
सोनीपत की एसटीएफ ने 4 राज्यों में वारदात करने के आरोपी राज्य स्तरीय एथलीट को गिरफ्तार किया है। वह 8 महीने में दो हत्या व लूट की 11 वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसकी गिरफ्तारी पर सोनीपत व झज्जर पुलिस ने संयुक्त रूप से 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि शातिर अपराधी सुशील उर्फ मिट्ठू किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। एसटीएफ ने घेराबंदी करके नरेला रोड से उसे दबोच लिया। सुशील कुमार बरोदा थाना क्षेत्र के गांव निजामपुर का रहने वाला है। उसने अपने गांव के परमिंदर की जून, 2021 में 10 गोलियां मारकर और अक्तूबर में झज्जर के वेदप्रकाश की 12 गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन हत्याओं में उसके साथ निजामपुर गांव का कुलदीप और झज्जर के गांव जसौर खेड़ी का अबी उर्फ अभी शामिल रहा था। अबी को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कुलदीप फरार है। कुलदीप पर भी 25 हजार का ईनाम है। सुशील ने अपने साथियों के साथ मिलकर अक्तूबर 2021 में झज्जर में लिफ्ट लेकर गन प्वाइंट पर अर्टिगा और नवंबर में रोहतक में गन प्वाइंट पर बलेनो कार लूटी थी। वह कार और बाइक सहित झज्जर, सोनीपत, रोहतक, पानीपत और करनाल में लूट की 11 वारदातों को अंजाम दे चुका है।
अपराधी बन गया उभरता एथलीट
23 साल का सुशील उभरता एथलीट था और राज्य स्तरीय दौड़ की कई प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पुरस्कार जीत चुका है। पुलिस के अनुसार सुशील ने बताया कि दौड़ के अभ्यास के दौरान वह कुलदीप की दुकान से प्रोटीन सप्लीमेंट लेता था। इससे उसकी दोस्ती कुलदीप से हो गई। वहीं अबी उसके साथ दौड़ का अभ्यास करता था। निजामपुर गांव के परमिंदर ने कुलदीप के भाई जयदेव की पिटाई कर दी थी। इसका बदला लेने के लिए कुलदीप ने सुशील का सहयोग मांगा। सुशील ने गोलियों से भूनकर परमिंदर की हत्या कर दी थी। इसी तरह झज्जर शहर में अबी के मकान के बराबर में रहने वाले वेदप्रकाश ने उसकी मां से बदसलूकी कर दी थी। इस पर सुशील ने उसको भी मौत के घाट उतार दिया। एसटीएफ के जिला प्रभारी सतीश देशवाल ने कहा कि सुशील ने दो हत्याओं सहित सभी 13 अपराधों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। उसको रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उससे वारदातों में प्रयुक्त हथियार और लूटे गए वाहन बरामद करने का प्रयास किया जाएगा।