देशपाल सौरोत/हप्र
पलवल, 18 दिसंबर
कुंडली-सिंघु बार्डर की तरह ही पलवल में केएमपी-केजीपी इंटरचेंज स्थित हाईवे पर चल रहा किसानों का धरना अब देश का मुख्य धरनास्थल बनता जा रहा है। धरने पर जहां देश के बड़े किसान नेताओं व कलाकारों का आगमन किसानों के इस धरने को राष्ट्रीय धार दे रहे हैं वहीं यहां आंदोलनकारी किसानों द्वारा व्यवस्थित तरीके से चलाया जा रहा लंगर पंजाब सहित देश के बड़े गुरुद्वारों की याद दिला रहा है। लंगर में आंदोलनकारी किसान जमीन पर बैठाकर रोजाना दिन में 3 समय हजारों लोगों को व्यवस्थित तरीके से भोजन करा रहे हैं। धरना स्थल पर जहां रोटी बनाने की अत्याधुनिक बड़ी इलेक्ट्रिक मशीन किसानों की मददगार बन रही है वहीं 24 घंटे चूल्हा जल रहा है। कहीं पानी गर्म हो रहा है तो कहीं चाय बनाई जा रही है और कहीं बड़ी संख्या में सब्जियां काटी जा रही हैं।
केएमपी-केजीपी चौक के पास नेशनल हाईवे पर कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में किसानों का एक समूह जहां धरने पर बैठा है, वहीं उनके दूसरे साथी अपने साथियों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था में जुटे हैं। सुबह उठते ही जहां किसानों व उनके कारण जाम में फंसे ट्रक चालकों को चाय उपलब्ध कराई जाती है, वहीं स्नान करने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था कराई जाती है। इसके अलावा सुबह के नाश्ते के समय गर्मागर्म परांठे, चटनी व चाय के साथ-साथ दूध परोसा जाता है। दोपहर को भोजन में दो से तीन तरीके की सब्जी, दाल, रोटी, चावल, पूरी का प्रसाद तैयार किया जा रहा है। शाम चार बजे चाय पिलाई जाती है तथा देर शाम 7 बजे से ही फिर रात का भोजन तैयार कर किसानों व अन्य लोगों को खिलाया जा रहा है। रोजाना का यही क्रम सुबह 6 बजे से यहां धरना स्थल पर शुरू हो जाता है। वहीं किसान आंदोलन में आए सभी किसान साथियों के साथ-साथ आंदोलन के चलते हाईवे पर जाम में फंसे ट्रक चालकों के लिए भी भोजन की व्यवस्था इसी लंगर में की जा रही है।
कैंटरों में आ रहा दूध, सब्जी
आंदोलनकारी किसानों के यहां दिल्ली-पलवल-आगरा नेशनल हाईवे पर चलाए जा रहे लंगर में रोजाना कैंटरों से दूध व ताजी सब्जियां आ रही हैं। इसके अलावा कैंटरों से पीने के पानी की भी व्यवस्था किसानों द्वारा की हुई है। किसानों की माने तो उनके पास अगले 6 माह तक के भोजन की व्यवस्था है।
दवाइयों का पूरा इंतजाम
कडाके के सर्दी के मौसम में धरने पर बैठे रहने के दौरान यदि किसी को खांसी, जुकाम, बुखार आदि की समस्या उत्पन्न हो तो उसके लिए प्राथमिक उपचार देने की भी किसानों के पास व्यवस्था है। किसानों के पास इन बीमारियों से निपटने के लिए सभी तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं धरना स्थल के आसपास चारों तरफ से पशु आदि से भी सुरक्षा किसान स्वयं कर रहे हैं।
पलवल में 13वें दिन हाईवे पर जाम, 16 दिन से चल रहा धरना
पलवल के केजीपी-केएमपी एक्सप्रेस-वे चौक स्थित नेशनल हाईवे पर चल रहा किसानों का धरना आज 16वें दिन भी जारी रहा जिसके चलते लगातार 13वें दिन भी नेशनल हाईवे पूरी तरह से जाम रहा। आज धरने पर बुंदेलखंड़ राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रविदत्त सिंह व झांंसी से आए वरिष्ठ किसान नेता पुष्पेंद ने किसानों की हौसला अफजाही की। धरने पर अब मध्यप्रदेश-बुंदेलखंड व राजस्थान के किसानों के साथ बडी संख्या में पलवल जिले के किसान भी पहुंच रहे हैं।