करनाल-फरीदाबाद की 577 करोड़ की 22 परियोजनाएं अधूरी : सैलजा
इनमें से 139 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और 1,559 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। शेष 22 परियोजनाएं, जिनकी लागत करीब 577 करोड़ रुपये है, अभी निर्माणाधीन हैं। मंत्री ने बताया कि करनाल और फरीदाबाद ने मिलकर 980 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता का दावा किया था, जिनमें से 921 करोड़ रुपये का उपयोग किया जा चुका है। मंत्रालय ने दोनों शहरों की एसपीवी कंपनियों को सभी परियोजनाएं दिसंबर 2025 तक पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
जवाब में बताया गया कि करनाल में 117 में से 105 परियोजनाएं (801 करोड़ रुपये) पूरी हो चुकी हैं, जबकि 12 परियोजनाएं (406 करोड़ रुपये) लंबित हैं। करनाल अब तक 59 करोड़ रुपये की केंद्रीय सहायता का उपयोग नहीं कर पाया है। फरीदाबाद में 44 में से 34 परियोजनाएं (758 करोड़ रुपये) पूरी हुई हैं, जबकि 10 परियोजनाएं (171 करोड़ रुपये) अभी निर्माणाधीन हैं। सैलजा ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन केवल फंड जारी करने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समयबद्ध और जवाबदेह विकास सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
