सोनीपत, 10 मई (हप्र)
भीषण गर्मी के प्रभाव के चलते डायरिया लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। नागरिक अस्पताल की ओपीडी में फिजिशियन के पास आने वालों में 80 प्रतिशत मरीज उल्टी-दस्त से पीड़ित हैं। वहीं बच्चे और महिलाएं भी इसकी चपेट में हैं। बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में करीब 200 बच्चे रोजाना पहुंच रहे हैं, इनमें से अधिकतर की माताएं उल्टी-दस्त की शिकायत कर रही हैं। रोजाना 8-10 बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। अस्पताल के वार्ड में डायरिया के 60-70 मरीज भर्ती हैं। डाॅक्टर गर्मी बढ़ने, बाहर का अस्वच्छ खाना खाने और दूषित पानी पीने को डायरिया की वजह बता रहे हैं।
नागरिक अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल सैनी ने बताया कि उनकी ओपीडी में हर रोग करीब 200 बच्चे पहुंच रहे हैं। इनमें से अधिकतर की माताएं उल्टी-दस्त की शिकायत कर रही हैं। पेट के संक्रमण के चलते और डायरिया के चलते रोजाना 8-10 बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि बढ़ती गर्मी और बाहर का उल्टा-सीधा व जंक फूड खाने से बच्चे बीमार हो रहे हैं। दूषित पानी भी बच्चों को बीमार कर रहा है। नागरिक अस्पताल के फिजिशियन डॉ. राकेश फौगाट ने बताया कि उनकी ओपीडी में रोजाना 250 से 300 मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें से करीब 80 प्रतिशत डायरिया की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।
इनमें से गंभीर हालत के चलते रोजाना 10-12 को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में डायरिया के करीब 60 मरीज भर्ती हैं।
इलाज के लिए घंटों इंतजार
ओपीडी में महिला रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में रोजाना 250 से 300 महिलाएं पहुंच रही हैं। इनमें से अधिकतर गर्भवती या प्रसव के बाद अन्य शिकायतें लेकर पहुंचती हैं, लेकिन इन महिला मरीजों को लंबी लाइन में लगकर इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इन महिलाओं के लिए न तो बैठने की व्यवस्था है और जिस गैलरी में ये लाइन में लगती हैं, न ही वहां कोई पंखा लगा है, इससे महिलाओं को गर्मी में पसीने-पसीने होकर लाइन में रहना पड़ता है।