रोहतक, 18 जुलाई (निस)
आईएमटी स्थित एक ऑटो मोबाइल कम्पनी में मशीन फटने से से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 2 श्रमिकों की मौके पर ही झुलसने से मौत हो गई, जबकि 2श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा व घायलो को पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कम्पनी के गेट के बाहर धरना शुरू कर दिया और कम्पनी प्रबंधक के खिलाफ सख्त कार्रवाई व मृतकों के परिजनों को पक्की नौकरी व उचित मुआवजे की मांग की। पुलिस मामले की गहनता से जांच पड़ताल कर रही है।
पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह 8 बजे आईएमटी स्थित एक ऑटो मोबाइल कम्पनी में श्रमिक काम कर रहे थे। इसी दौरान एक मशीन में ब्लास्ट हो गया, जिससे मौके पर काम कर रहे श्रमिक बुरी तरह से झुलस गए। हादसे का पता चलते ही काफी संख्या में अन्य श्रमिक मौके पर पहुंचे और ब्लास्ट वाले स्थान पर घायल श्रमिकों को बाहर निकाला। हादसे में उतर प्रदेश के रहने वाले रमेश व बिजेन्द्र की मौके पर ही मौत हाे गई, जबकि विवेक और सच्चिदानंद झुलसने से गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत पीजीआई में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर है।
वहीं हादसे से गुस्साए अन्य श्रमिकों ने कंपनी प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर कम्पनी में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होते तो हादसे में मरने वाले श्रमिकों की जान को बचाया जा सकता था। श्रमिकों का आरोप है कि न तो कम्पनी में एम्बुलेस की कोई सुविधा और न ही फर्स्टएड तक श्रमिकों के लिए उपलब्ध है।
कंपनी में कई बार काम करते वक्त श्रमिक घायल हो चुके है और इस बारे में कई बार कम्पनी प्रबंधक को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन कंपनी प्रबंधक द्वारा श्रमिकों की सुरक्षा के मध्यनजर कोई भी पुख्ता प्रबंध नहीं है। श्रमिकों द्वारा कम्पनी के गेट के बाहर धरने की सूचना मिलते ही आईएमटी थाना प्रभारी कैलाश चंद मौके पर पहुंचे और श्रमिकों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन श्रमिक कम्पनी प्रबंधक के खिलाफ सख्त की कारवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे।
कार्रवाई होने तक जारी रहेगा धरना
श्रमिकों का कहना है कि जब कम्पनी प्रबंधक के खिलाफ उचित कारवाई नहीं होती है, उनका धरना जारी रहेगा। बताया जा रहा है इस कम्पनी में वाहनों के स्पेयर पार्ट्स तैयार किए जाते हैं। साथ ही कम्पनीं में श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है।