मृतक छात्रा के परिजनों को 2.5 लाख सहायता, दोषियों पर कार्रवाई के आदेश
इसी दौरान यमुनानगर के प्रतापनगर बस स्टैंड पर कुछ छात्राएं बस में चढ़ने का प्रयास कर रही थीं कि अचानक फिसलकर नीचे गिर गईं। बस के आगे बढ़ने से एक छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई, जिसे इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शेष पांच छात्राएं घायल हैं, जिनका इलाज जारी है। इस हादसे ने पूरे यमुनानगर जिले ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में सुरक्षा और बस प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना की जांच के आदेश जारी
इस बीच, हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जांच यह पता लगाएगी कि दुर्घटना तकनीकी खराबी, चालक की लापरवाही या बस स्टैंड की भीड़भाड़ के कारण हुई। विज ने कहा कि जो भी व्यक्ति या अधिकारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जाए और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाए। उन्होंने कहा कि बसों की तकनीकी जांच, चालक प्रशिक्षण और बस स्टॉप पर अनुशासन व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बीमा कवरेज सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा राज्य परिवहन की सभी बसें पूर्ण रूप से बीमाकृत हैं, जिससे यात्रियों को किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में बीमा सुरक्षा कवरेज का लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बीमा प्रक्रिया को शीघ्र और पारदर्शी तरीके से संचालित किया जाए ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द राहत मिले। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि घायलों के इलाज पर व्यक्तिगत निगरानी रखी जाए और सहायता राशि के वितरण में किसी प्रकार की देरी न हो।
बसों की उचित व्यवस्था करे सरकार : दिग्विजय चौटाला
इस हादसे पर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के युवा प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में बसों की अव्यवस्था और भीड़भाड़ के कारण छात्राओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि यमुनानगर की घटना इसी लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने कहा कि सरकार को विद्यार्थियों के लिए अलग से स्पेशल बसें चलानी चाहिए और ऐसे सभी स्थानों पर जहां छात्र-छात्राएं बस का इंतजार करते हैं, वहां स्पीड ब्रेकर और यात्री शेड बनाए जाने चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की कि छात्रों के लिए सुरक्षित परिवहन नीति** तैयार की जाए ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।
