दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 8 अगस्त
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर और विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई की सुरक्षा के सरकार ने पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। कुलदीप की सिक्योरिटी के लिए 11 जवानों को तैनात किया गया है। वहीं उनकी माता व पूर्व विधायक जसमा देवी की सुरक्षा में भी अलग से पांच जवान तैनात हैं। यह सुरक्षा कुलदीप के भाजपा में शामिल होने से पहले मिली हुई है।
सोमवार को विधानसभा के मानसून सत्र में इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला के अतारांकित सवाल के जवाब में सरकार द्वारा टेबल की गई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। प्रदेश में कुल 464 नेताओं व वीवीआईपी की सुरक्षा में 1515 जवान तैनात किए गए हैं। इनमें मंत्री, सांसद व विधायकों के अलावा पूर्व मंत्री व पूर्व सांसद-विधायक भी शामिल हैं। अकेले सत्तापक्ष ही नहीं, विपक्ष के भी कई नेताओं को सरकार द्वारा सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।
कुलदीप बिश्नोई को कुछ माह पहले फोन पर धमकी मिली थी। हालांकि पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपियों को पकड़ भी लिया था। सुरक्षाकर्मियों का 2019 से लेकर अभी तक का आंकड़ा सदन में रखा गया है। इसमें जहां मंत्री, सांसद व विधायक शामिल हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें धमकियां मिलने के बाद सरकार ने सिक्योरिटी दी है। पांच विधायकों को भी पिछले दिनों धमकियां मिली थी। उनकी सुरक्षा भी बढ़ाई हुई है। सोनीपत विधायक सुरेंद्र पंवार की सुरक्षा के लिए अब सरकार ने छह जवान तैनात किए हुए हैं। लोकसभा के 10 और पांच राज्यसभा सांसदों यानी पंद्रह सांसदों की सुरक्षा में 66 जवान लगे हैं। वहीं छह पूर्व सांसदों की सिक्योरिटी के लिए 17 जवानों की ड्यूटी लगाई हुई है। प्रदेश के नब्बे विधायकों की सुरक्षा के लिए 811 कर्मचारी तैनात हैं। इसी तरह से 37 पूर्व विधायकों को भी सरकार ने सुरक्षा के घेरे में रखा हुआ है। इन पूर्व विधायकों की सिक्योरिटी के लिए 98 जवान तैनात किए हुए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न श्रेणी से जुड़े 316 ऐसे लोग व नेता हैं, जिन्हें धमकी मिलने के बाद सरकार ने सुरक्षा प्रदान की हैं। इनकी सुरक्षा के लिए 524 जवानों को नियुक्त किया हुआ है। प्रदेश में सबसे अधिक सिक्योरिटी जवान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए तैनात हैं। सीएम के पास 286 जवानों की कड़ी सुरक्षा है। डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला के साथ 37 सुरक्षा जवान तैनात हैं। बिजली मंत्री चौ़ रणजीत सिंह के यहां 24 जवानों की तैनाती की गई है। कृषि मंत्री जेपी दलाल को 18, स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की सुरक्षा को 23, निकाय मंत्री डॉ़ कमल गुप्ता को 14, शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर को 23, परिवहन मंत्री मूल चंद शर्मा को 18, राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव को 18, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा को 18, खेल मंत्री संदीप सिंह को 18, विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली को 14, श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक को 18 तथा सहकारिता मंत्री डॉ़ बनवारी लाल को 18 जवान दिए हुए हैं।
इनपुट के बाद सीमा त्रिखा की सुरक्षा में 11 जवान
खुफिया एजेंसियों से मिली इनपुट के आधार पर सरकार ने बड़खल विधायक सीमा त्रिखा की सिक्योरिटी में इजाफा किया था। उनकी सुरक्षा में 11 जवान तैनात हैं। इसी तरह से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ को 14, पूर्व सीएम व इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला को 8, गणेशी लाल को 7, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को 5, पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर को 6, राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला को 11, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा को तीन सुरक्षा कर्मचारी मिले हुए हैं।
सांसदों में रमेश कौशिक को सबसे अधिक सुरक्षा
लोकसभा सांसदों में रमेश चंद्र कौशिक को सबसे अधिक 10 जवान मिले हुए हैं। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के पास 5 और कृष्णपाल गुर्जर के पास हरियाणा की सिक्योरिटी से 7 जवान तैनात हैं। दोनों केंद्रीय मंत्रियों के पास केंद्र की सुरक्षा अलग से है। रोहतक सांसद डॉ अरविंद शर्मा, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह व राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को 4-4, अम्बाला सांसद रतनलाल कटारिया को 9, कुरुक्षेत्र सांसद नायब सैनी को 8, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ बीरेंद्र सिंह को 6, पूर्व सांसद राजकुमार सैनी, सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल व पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को 3-3, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कृष्ण लाल पंवार, पूर्व सांसद सुभाष चंद्रा व दुष्यंत कुमार गौतम को 2-2 तथा भिवानी-महेंद्रगढ़ से पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को एक सिक्योरिटी जवान मिला हुआ है।