विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 29 जुलाई
आवासीय क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों पर जिला टाउन एवं कंट्री प्लानिंग विभाग ने शुक्रवार को शहर की सबसे बड़ी सीलिंग कार्रवाई की और पोस्ट कॉलोनी डीएलएफ फेज 3 यू ब्लॉक में 150 शोरूम सील कर दिए। इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया। ये 150 शोरूम 57 मकानों में चल रहे थे और आवासीय सुविधाएं लेकर किराया वसूल रहे थे। इससे सरकार को जीएसटी और अन्य आय का भी नुकसान हो रहा था। हालांकि बरसात के चलते कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी। इसीलिए चेतावनी के साथ अगली कार्रवाई अगले महीने में फिर से युद्ध स्तर पर चलाने की बात कही गई है।
जानकारी के अनुसार, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के डीटीपी एन्फोर्समेंट अमित मधोलिया के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। डीटीपीई की टीम यू-ब्लाक में पिछले एक सप्ताह से सर्वे कर रही थी। यू-ब्लाक में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 60 वर्गगज मकानों में हरियाणा बिल्डिंग कोड का उल्लंघन किया गया था। निर्माण से लेकर इस्तेमाल तक में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एन्फोर्समेंट टीम के तत्कालीन डीटीपीई ने भी यहां पर सीलिंग अभियान चलाया था लेकिन इसके बावजूद व्यावसायिक गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही। सबसे बड़ी बात यह है कि ये गतिविधियां कई वर्षों से चल रही हैं। डीएलएफ फेज तीन के यू-ब्लाक की लेन नम्बर यू-8, 13, 15, 16 में 57 मकानों में 150 शोरूम चल रहे थे। यहां लोगों को बाहर निकाल उन्हें सील किया गया। डीटीपीई ने इस अभियान में दो जेसीबी और 150 पुलिस कर्मियों का सहयोग लिया। इसके अलावा सड़क के पास पान, चाय के खोखे, की दुकानों पर पीला पंजा चलाया। ये गतिविधियां मकानों के भूतल, प्रथम, द्वितीय मंजिल और बेसमेंट में चल रही थी। यू-16 रोड पर सड़क के साथ अतिक्रमण पर भी हथौड़ा चलाया गया। एक बड़े प्लाट साइज पर कई अवैध दुकानें चल रही थी जिन्हें सील कर दिया गया।
50 जनरल स्टोर, पांच जिम, छह मेडिकल स्टोर, शराब की दुकान, तीन कम्युनिकेशन स्टोर, योगा सेंटर, पतंजलि स्टोर, ऑप्टिकल दुकान, प्रोपर्टी डीलरों के आफिस, क्लीनिक, सैलून, बेसमेंट में चल रहे योग सेंटरों को सील किया गया।
एक लाख आवासीय भवनों में चल रहा व्यापार
ज्ञात हुआ है कि 2 साल पहले टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ने पूरे शहर में इस तरह का सर्वे करवाया था कि हूडा और टाउन प्लानिंग विभाग के क्षेत्र में आवासीय क्षेत्र में कहां-कहां व्यवसायिक गतिविधियां चल रही है और टैक्स की चोरी हो रही है। जगह-जगह लोगों ने रेस्टोरेंट खोल दिए। इस सब में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। बताया गया है कि पूरे शहर में लगभग एक लाख भवन ऐसे हैं जहां आवासीय क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों चल रही हैं और इस कारण ये कभी भी सील किए जा सकते हैं।