बहादुरगढ़, 23 जून (निस)
नगर परिषद के पिछले बोर्ड में शामिल कई पार्षद व उनके प्रतिनिधि इस बार जीत नहीं पाये। इनमें से 6 तो स्वयं चुनौती देने मैदान में उतरे हुए थे और 8 उनके प्रतिनिधि मैदान में थे।
वार्ड एक से इनेलो के पूर्व पार्षद संंदीप कुमार को इस बार नगर परिषद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। वार्ड-2 से पार्षद रहे प्रेमचंद की पत्नी सुमित्रा देवी हार गई। वहीं वार्ड-4 से कांग्रेस के पार्षद रहे रवींद्र जाखड़ इस बार वार्ड-9 से चुनावी मैदान में उतरे थे मगर यहां पर इनेलो की ओर से पहली बार चुनाव मैदान में उतारे पार्षद पद के उम्मीदवार जितेंद्र राठी ने उन्हें हरा दिया। इसी तरह से वार्ड-12 से समुंद्र सहवाग की पत्नी लक्ष्मी सहवाग 2 बार से पार्षद रहीं, मगर इस बार हार गई। वार्ड-13 से वजीर राठी भी हार गए। नगर परिषद पिछले बोर्ड में उनकी पत्नी सीमा राठी पार्षद थीं, जबकि उससे पहले वजीर राठी खुद एक बार पार्षद रह चुके हैं। वार्ड-14 से पार्षद रहे जसबीर सैनी की पत्नी सरिता सैनी हार गई। जसबीर सैनी खुद 2 बार पार्षद रह चुके हैं। वहीं वार्ड 16 से पार्षद रहे गुरदेव राठी इस बार वार्ड-24 से उतरे, लेकिन उनकी भी हार हुई। वहीं वार्ड-17 से सुरेंद्र चुघ हार गए। उनकी पत्नी रमिता चुघ पिछले बोर्ड में पार्षद थीं। वार्ड-18 से 2 बार के पार्षद युवराज छिल्लर भी मात खा गए। वार्ड-21 से पिछले बोर्ड में पार्षद रहे अलबेल पहलवान के भतीजे आमोद छिल्लर हार गए। वहीं वार्ड-22 से पार्षद रही कांता खत्री के पति राजेश खत्री को भी शिकस्त मिली।
इनका भी हाल हुआ बेहाल
वार्ड 24 में पूर्व पार्षद धर्मेंद्र वत्स भी हार गए। पिछले बोर्ड में उनकी पत्नी रेखा वत्स पार्षद थीं। वार्ड 27 से पार्षद रहीं अनिता कबलाना इस बार वार्ड 29 से उतरी, लेकिन हार मिली। वार्ड-31 के पार्षद रहे शशि कुमार की पत्नी शीतल इस बार उतरी, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा।